NCC के इतिहास के सुनहरे 73 साल, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ था गठन

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अभिनय आकाश । Jan 28 2021 12:54PM

द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त ब्रिटिश सेना को सहायता देने के लिए अपने सैन्य बलों को भेजा। उस वक्त यूनिवर्सिटी ऑफीसर ट्रेनिंग कोर (यूओटीसी) को भेजा गया था। लेकिन युद्ध के दौरान यूओटीसी ने काफी निराश किया। जिसका बाद पाया गया कि यह बल अब युद्ध स्तर के लिए बना नहीं है।

राष्ट्रीय कैडेट काॅपर्स यानी की एनसीसी। भारत के युवा सैन्य संगठन में एक है एनसीसी। जिसका गठन युवाओं में सेना के प्रति जागरूकता लाने और उन्हें सैन्य स्तर पर तैयार करने के लिए किया गया था। इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। एनसीसी का संबंध भारत की जल, थल और वायु तीनों सेनाओं से है। साल 1948 में इसकी शुरुआत की गई। उस वक्त इसे कैडेट 20,000 हुआ करते थे।

एनसीसी का इतिहास

द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त ब्रिटिश सेना को सहायता देने के लिए अपने सैन्य बलों को भेजा। उस वक्त यूनिवर्सिटी ऑफीसर ट्रेनिंग कोर (यूओटीसी) को भेजा गया था। लेकिन युद्ध के दौरान यूओटीसी ने काफी निराश किया। जिसका बाद पाया गया कि यह बल अब युद्ध स्तर के लिए बना नहीं है। इसमें ढोरों कमियां है। भारत की आजादी के बाद यूओटीसी और यूटीसी को मिलाकर  एनसीसी का गठन किया गया। 

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पीएम मोदी का महत्वकांक्षी प्लान

बाॅर्डर इलाके में एनसीसी का फैलाव होगा। 

1 लाख नए कैडेट तैयार किए जाएंगे।  इनमें से एक तिहाई लड़कियां होंगी। 

2021 में 13-14 लाख कैडेट का लक्ष्य है। 

ये हस्तियां भी रही एनसीसी कैडेट

नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)

राजनाथ सिंह (रक्षा मंत्री)

मनोहर पारिकर (पूर्व रक्षा मंत्री)

सुषमा स्वराज (पूर्व विदेश मंत्री)

अर्जुन सिंह (पूर्व एयरफोर्स मार्शल)

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