सरकार को सर्दी के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने चाहिए: आजाद

Ghulam Nabi Azad

आजाद ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कश्मीर केंद्रित नहीं है। उन्होंने कहा, “राज्य के दर्जे को लेकर कोई लड़ाई नहीं है। जम्मू में हिंदू भाई, कश्मीर में सिख, मुसलमान और यहां तक ​​कि पंडित भी राज्य का दर्जा चाहते हैं।

श्रीनगर| कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि केंद्र को फरवरी तक जम्मू-कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया पूरी करके सर्दी के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव कराने चाहिए।

श्रीनगर से लगभग 75 किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के देवसर इलाके में कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए आजाद ने यह भी कहा कि सर्दी के अगले चार महीने में चुनाव कराना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, अगले चार महीने में चुनाव संभव नहीं हैं और अगर वे (केंद्र) चाहें तो भी हम ना कहेंगे।

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हम सभी ने (जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई) सर्वदलीय बैठक में कहा था कि पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जाए और फिर परिसीमन होना चाहिये। आजाद ने पत्रकारों से कहा, “लेकिन, सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया।

इसलिए, उन्हें फरवरी तक परिसीमन प्रक्रिया समाप्त करनी चाहिए और सर्दी खत्म होने के बाद, अप्रैल में चुनाव होने चाहिये। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्राथमिकता यह नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बने, बल्कि यह है जम्मू-कश्मीर में 4 अगस्त, 2019 की स्थिति को कैसे बहाल किया जाए।

उन्होंने कहा, “प्राथमिकता मुख्यमंत्री को लेकर नहीं है, यह मुद्दा ही नहीं है। प्राथमिकता यह है कि 4 अगस्त 2019 की स्थिति को कैसे बहाल किया जाए। ऐसा राज्य का दर्जा बहाल करने और फिर विधानसभा चुनाव कराने से होगा।”

आजाद ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कश्मीर केंद्रित नहीं है। उन्होंने कहा, “राज्य के दर्जे को लेकर कोई लड़ाई नहीं है। जम्मू में हिंदू भाई, कश्मीर में सिख, मुसलमान और यहां तक ​​कि पंडित भी राज्य का दर्जा चाहते हैं।

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कोई ये न समझे कि केवल कश्मीरी ही राज्य का दर्जा चाहते हैं, मैंने बार-बार कहा है और यहां तक ​​कि सर्वदलीय बैठक में भी कहा है कि भाजपा के नेता भी राज्य का दर्जा चाहते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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