महबूबा के बयान पर हरदीप पुरी का पलटवार, कहा- सरदार को ना कहें राष्ट्र विरोधी या खालिस्तानी
हरदीप पुरी ने कहा कि किसी सरदार को राष्ट्र विरोधी या खालिस्तानी बोलना गलत है। सरदार देश के लिए लड़ते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग गुमराह हो गए हैं और उनके आधार पर हम सभी का आकलन नहीं कर सकते।
हाल में ही जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सरदारों को लेकर एक बयान दिया था। अपने बयान में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि हम जब मतलब उठाते हैं तो हमें सीधे राष्ट्र विरोधी करार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरदार जी खालिस्तानी हो गए, हम लोग पाकिस्तानी हो गए। उन्होंने कहा कि फिर बाकी बचा क्या? सिर्फ बीजेपी और बीजेपी हिंदुस्तान नहीं है। महबूबा के इसी बयान को लेकर हरदीप पुरी ने पलटवार किया है।
No Sardar (Sikh) should be called anti-national or Khalistani. You can't generalize on the basis of some misguided people: Union Minister Hardeep Singh Puri in Kolkata pic.twitter.com/wFKPpetSCO
— ANI (@ANI) September 22, 2021
हरदीप पुरी का प्लेटफार्म
हरदीप पुरी ने कहा कि किसी सरदार को राष्ट्र विरोधी या खालिस्तानी बोलना गलत है। सरदार देश के लिए लड़ते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग गुमराह हो गए हैं और उनके आधार पर हम सभी का आकलन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने जो बयान दिया है मैं नहीं समझता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है। जहां तक भाजपा का सवाल है तो हम लोग अपनी संस्कृति पर गर्व करते हैं।
इसे भी पढ़ें: सरकारी पैसा मेरे लिए ‘गौ मांस’ के समान, एक-एक पैसा जनता के लिए उपयोग होगा: मनोज सिन्हा
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर को धर्मिक आधार पर बांट दिया : महबूबा
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी पर जम्मू कश्मीर के लागों को धार्मिक आधार पर ‘बांटने’ का आरोप लगाते हुये पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ने संघ शासित प्रदेश को बिक्री के लिए रख दिया है। महबूबा ने संवाददाताओं से यहां कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर को बाहरी लोगों के लिए बिक्री के लिए रख दिया। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि हम दिवालिया हो जाएं ताकि हमेदूसरे राज्यों (के लोगों) पर निर्भर बनाया जा सके। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष ने दावा किया कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर मेंउनके मुख्यमंत्री रहते जिन परियोजनाओं की शुरूआत की गयी थी, उसे केंद्र की भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने रोक दिया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आबकारी नीति के तहत शराब कारोबार के ठेके बाहरी लोगों को दिए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा शराब की खपत की जाएगी,लेकिन इसका आर्थिक लाभ बाहरी लोगों को जाएगा।’’
अन्य न्यूज़