हेलीकॉप्टर घोटाला: ईडी ने कथित बिचौलिये के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया
ईडी के विशेष सरकारी वकील डीपी सिंह और एन के माट्टा ने अदालत से कहा, ‘‘उन डायरी में गोपनीय सूचना हैं और यह न्याय के हित में नहीं होगा कि उन डायरी को दूसरे पक्ष के साथ साझा किया जाए।’’
नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में गिरफ्तार किए गए कथित रक्षा एजेंट सुशेन मोहन गुप्ता के खिलाफ धनशोधन मामले में दिल्ली की एक अदालत में बुधवार को एक पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया। जांच एजेंसी ने विशेष न्यायधीश अरविंद कुमार के समक्ष गुप्ता के खिलाफ यह पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया। गुप्ता को ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
गुप्ता ने जमानत की अर्जी दी है, जिस पर बृहस्पतिवार को सुनवाई होगी जब अदालत आरोपपत्र पर विचार करेगी। ईडी ने अंतिम रिपोर्ट दाखिल करते हुए न्यायाधीश को बताया कि एक अन्य बिचौलिये और इस मामले में हाल ही में सरकारी गवाह बनेराजीव सक्सेना का बयान तथा कुछ डायरी एक बंद लिफाफे में अदालत को सौंपी गई है। ईडी के विशेष सरकारी वकील डीपी सिंह और एन के माट्टा ने अदालत से कहा, ‘‘उन डायरी में गोपनीय सूचना हैं और यह न्याय के हित में नहीं होगा कि उन डायरी को दूसरे पक्ष के साथ साझा किया जाए।’’
Agusta Westland Money laundering case: Sushen Mohan Gupta has also moved a bail application in the court. Court seeks reply of Enforcement Directorate. Hearing to be held tomorrow. https://t.co/lhvZmaWv5q
— ANI (@ANI) May 22, 2019
जांच एजेंसी ने अदालत से कहा कि हेलीकॉप्टर घोटाला और अन्य रक्षा सौदों में गुप्ता की भूमिका के बारे में पुख्ता सबूत हैं। सक्सेना को यूएई से प्रत्यर्पित करा कर भारत लाए जाने के बाद जांच एजेंसी ने उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह सरकारी गवाह बन गया था। सक्सेना के बयान के आधार पर मामले में गुप्ता की भूमिका सामने आई थी। यह संदेह है कि 3,600 करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के लेन-देन का ब्योरा गुप्ता के पास है।
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