प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 370 को हमने फेयरवेल दे दिया, ट्रम्प ने बजाई ताली

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत पहले की गति के मुकाबले तेज गति से बढ़ना चाहता है और उन लोगों की सोच को बदलना चाहता है जो कहते हैं कि कुछ बदल ही नहीं सकता है।

ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम हाउडी मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो यहां माहौल है वह केवल अंकगणित तक सीमित नहीं है। हम यहां एक नयी हिस्ट्री और नयी कैमिस्ट्री बनते हुए देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी अकेला कुछ भी नहीं है मैं 130 करोड़ भारतीयों के आदेश पर काम करने वाला सेवक हूँ। प्रधानमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम का नाम हाउडी मोदी है तो मैं कहना चाहता हूँ कि भारत में सब कुछ सही है। प्रधानमंत्री ने यह बात कई भारतीय भाषाओं में दोहराई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जहां वेलफेयर पर ध्यान दे रहे हैं वहीं फेयरवेल पर भी ध्यान दे रहे हैं। मोदी ने कहा कि हमने सात दशक पुरानी समस्या अनुच्छेद 370 को फेयरवेल दे दिया और इसके लिए भारत की संसद के दोनों सदनों ने घंटों तक विचार-विमर्श कर फैसला लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस निर्णय के लिए हमारे सांसदों का सम्मान करने के लिए खड़े होकर उनका अभिवादन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने बिना पाकिस्तान का नाम लिये उस पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से उन लोगों को दिककत हो रही है जिनसे अपना देश संभल नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि आतंक का इनका असली चेहरा पूरी दुनिया जानत है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चाहे अमेरिका में 9/11 की बात हो या मुंबई में 26/11 की बात हो इसके साजिशकर्ता कहां पाये जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रम्प पूरी प्रतिबद्धता के साथ खड़े हुए हैं और उनके लिए हम उनका सम्मान करते हैं।

प्रधानमंत्री ने स्व-रचित कविता सुनाते हुए कहा- ''वो जो मुश्किलों का अंबार है वही तो मेरा हौसलों की मीनार है।'' उन्होंने कहा कि हम चुनौतियों को टाल नहीं रहे बल्कि चुनौतियों से टकरा रहे हैं। मोदी ने कहा कि हम तात्कालिक हल पर नहीं पूर्ण समाधान पर जोर दे रहा है और असंभव लगने वाली बातों को संभव करके दिखा रहा है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'धैर्य हम भारतीयों की पहचान है लेकिन हम अब अधीर हैं देश के विकास के लिए। 21वीं सदी में देश को विकास की नई ऊँचाई पर ले जाने के लिए। आज भारत का सबसे चर्चित शब्द है- 'विकास', आज भारत का सबसे बड़ा मंत्र है- 'सबका साथ सबका विकास', आज भारत का सबसे बड़ा नारा है- 'संकल्प से सिद्धि' और आज भारत का सबसे बड़ा सपना है- 'न्यू इंडिया'।' उन्होंने कहा कि भारत न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर रहा है और इसके लिए हम किसी दूसरे से नहीं अपने आप से मुकाबला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत पहले की गति के मुकाबले तेज गति से बढ़ना चाहता है और उन लोगों की सोच को बदलना चाहता है जो कहते हैं कि कुछ बदल ही नहीं सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते पांच सालों में सभी भारतीयों ने सभी क्षेत्रों में मिलकर ऐसे नतीजे हासिल किये हैं जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही अपनी पिछली और वर्तमान सरकार की महत्वाकांक्षी और सफल परियोजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिये जितना ईज ऑफ बिजनेस का महत्व है उतना ही ईज ऑफ लिविंग का भी है।

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका का सबसे बड़ा और सबसे सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि वह भारत के लिए असाधारण काम कर रहे हैं। ट्रम्प ने पिछले सप्ताह 69 वर्ष के हुए प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया मजबूत, फलता-फूलता और संप्रभु भारत देख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि आज हमारे संबंध पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा मजबूत हैं और हम लोकतंत्र की प्रतिबद्धता से बंधे हुए हैं। ट्रम्प ने भारतीय-अमेरिकियों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि हमारे देशों को पहले से कहीं ज्यादा समृद्ध बनाने के लिए मैं मोदी के साथ काम करने का इच्छुक हूं। मोदी ने एक तरह से ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल का पक्ष लेते हुए पिछले चुनावों का नारा दोहराया- 'अबकी बार ट्रम्प सरकार'।

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के यहां एनआरजी स्टेडियम में पहुंचने पर उनकी सराहना करते हुए उन्हें ‘‘विशेष व्यक्ति’’ बताया, वहीं ट्रंप ने मोदी को अमेरिका का सच्चा मित्र बताया। मोदी ने कहा, ‘‘वह (ट्रम्प) किसी परिचय के मोहताज नहीं है क्योंकि उनका नाम धरती पर हर व्यक्ति को पता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके नेतृत्व, अमेरिका के लिए उनकी चाहत और हर अमेरिकी के लिए उनकी चिंता के कारण राष्ट्रपति ट्रम्प की प्रशंसा करता हूं। जब मैं इनसे पहली बार मिला था तो ट्रम्प ने मुझे बताया था कि भारत का व्हाइट हाउस में सच्चा मित्र है।’’

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका का सबसे बड़ा, सबसे सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि वह भारत के लिए असाधारण काम कर रहे हैं। ट्रम्प ने पिछले सप्ताह 69 वर्ष के हुए प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई दीं। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया मजबूत, फलता-फूलता और संप्रभु भारत देख रही है।’’ मोदी के स्टेडियम पहुंचते ही वहां मौजूद करीब 50 हजार लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रविवार को एनआरजी स्टेडियम पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यहां वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प दोनों देशों के बीच विशेष संबंध को रेखांकित करने के लिए मोदी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। यह पहली बार है जब ट्रंप और मोदी एक मंच पर साथ नजर आए और भारतीय मूल के 50,000 अमेरिकियों की विशाल सभा को संबोधित किया। मोदी दोनों हाथ जोड़ कर मंच पर पहुंचे। इस शानदार स्वागत के लिए लोगों का शुक्रिया कहते हुए वे उनके समक्ष झुके। ह्यूस्टन के मेयर सिल्वेस्टर टर्नर ने मोदी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के महत्त्व का उल्लेख किया और कहा कि भारतीय इस शहर के विकास में अहम रहे हैं। टर्नर ने लोगों से कहा कि ह्यूस्टन सबसे विविध शहर है। टर्नर ने मोदी को सम्मान स्वरूप ह्यूस्टन शहर की चाबियां सौंपी।

कार्यक्रम में दो दर्जन गवर्नर और अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य शामिल हुए। डेमोक्रेट स्टेनी होयर ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया और अपने भाषण में महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकियों और भारतीय दोनों का मकसद एक है, दोनों देशों के बीच साझेदारी बढ़ाने का।

इससे पहले ट्रंप ने कहा कि वह और उनके “दोस्त” मोदी इस भव्य कार्यक्रम का आनंद लेंगे। उन्होंने ट्वीट किया, “हमारे महान भारत प्रेमी समुदाय के साथ होने का खुशी से इंतजार है।” ट्रंप के ट्वीट का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि वह ह्यूस्टन में अमेरिकी नेता से मुलाकात करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। गैर लाभकारी संस्था टेक्सस इंडिया फोरम द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर्स’ अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों के योगदान तथा भारत और अमेरिका के बीच मजबूत एवं चिरस्थायी साझेदारी पर प्रकाश डालेगा। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से पहले, टेक्सस एवं अमेरिका के अन्य हिस्सों से आए भारतीय-अमेरिकी कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

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