अगर मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कैबिनेट बनाने में सक्षम नहीं हैं तो लगायें राष्ट्रपति शासन : तन्खा

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तन्खा ने राष्ट्रपति को शनिवार को लिखे पत्र में कहा, राष्ट्रपति जी, मैं मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ न्याय की अपील कर रहा हूं। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से स्थिति बहुत खराब है।

भोपाल। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं वकील विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ‘‘असंवैधानिक’’ है क्योंकि यह मंत्री-परिषद के बिना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री अपनी कैबिनेट बनाने में सक्षम नहीं हैं तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।

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तन्खा ने राष्ट्रपति को शनिवार को लिखे पत्र में कहा, राष्ट्रपति जी, मैं मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ न्याय की अपील कर रहा हूं। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से स्थिति बहुत खराब है। प्रदेश संकट से गुजर रहा है। इंदौर की स्थिति बहुत चिंताजनक है। भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के 45 से अधिक अधिकारी संक्रमित पाये गये हैं। जांच की संख्या बहुत कम है। उन्होंने आगे लिखा, मार्च 23 से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अकेले सरकार चला रहे हैं। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं हैं। बिना कैबिनेट के यह कैसा प्रजातंत्र है? 

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तन्खा ने कहा, कोविड-19 के कारण पैदा इस संकट की घड़ी में यह असंवैधानिक सरकार है। पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि वह मध्य प्रदेश की जनता के जीवन की सुरक्षा के लिए इस मामले में हस्तक्षेप करें। तन्खा ने प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, अगर मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कैबिनेट बनाने में सक्षम नहीं हैं तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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