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IIT के छात्रों ने सांस की समस्या से पीड़ित कोरोना मरीजों के लिए बनाया इंट्यूबेशन बॉक्स
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- अप्रैल 28, 2020 15:54
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आईआईटी गुवाहाटी की ओर से विकसित यह उपकरण एरोसॉल निरोधक बॉक्स है जिसे मरीज के बेड पर सिर की तरफ से रखा जा सकता है जिससे मरीज से विषाणु से भरी बूंदों के डॉक्टर तक पहुंचने की आशंका घटती है, खासकर नली डाले जाने के दौरान।
नयी दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के छात्रों ने कोविड-19 के उन मरीजों के लिए कम कीमत वाले इंट्यूबेशन बॉक्स विकसित किए हैं जिन्हें सांस संबंधी तकलीफ है और उन्हें श्वास नली में ट्यूब डालकर इस समस्या से राहत दिलाई जा सकती है। इंट्यूबेशन मुंह के जरिए प्लास्टिक की नली को श्वास नली (ट्रैकिया) में पहुंचाए जाने की प्रक्रिया को कहा जाता है। यह इसलिए किया जाता है ताकि एनेस्थीसिया, दर्द निवारक दवा दिए जाने या गंभीर बीमारी के दौरान व्यक्ति को वेंटिलेटर पर रखा जा सके और उसे सांस लेने में दिक्कत न हो। आईआईटी गुवाहाटी की ओर से विकसित यह उपकरण एरोसॉल निरोधक बॉक्स है जिसे मरीज के बेड पर सिर की तरफ से रखा जा सकता है जिससे मरीज से विषाणु से भरी बूंदों के डॉक्टर तक पहुंचने की आशंका घटती है, खासकर नली डाले जाने के दौरान।
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अनुसंधानकर्ताओं की टीम के मुताबिक, डिजाइन का प्रारंभिक प्रारूप रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में पूरा किया गया है और इस बॉक्स की अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) समेत बड़े कोविड-19 देखभाल केंद्रों में समीक्षा की जा रही है। यह वर्तमान में मौजूद बॉक्स की कीमत से काफी कम पर उपलब्ध होगा। बायोसाइंस विभाग के बीटेक छात्र, उमंग माथुर ने पीटीआई-से कहा, “पावर्ड एयर प्यूरिफाइंग रेस्पिरेटर (संक्रमित हवा से बचाने वाले उपकरण) और पूरी तरह बंद फेस मास्क जैसे निजी सुरक्षात्मक उपकरणों (पीपीई) के अभाव में, यह आवश्यक है कि अस्थायी एक्रलिक फेस शील्ड, एन95 मास्क और सर्जिकल रेस्पिरेटर के इस्तेमाल को स्वीकारा जाए और मरीज के मुंह और नाक से निकलने वाले एयरोसॉल को रोका जाए। इंट्यूबेशन बॉक्स मरीज के आस-पास ही संक्रमण को सीमित रख यह बचाव सुनिश्चित करता है।” उन्होंने कहा कि अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों के उलट यह बॉक्स मरीज का इलाज कर रहे कई डॉक्टरों और नर्सों के लिए प्रभावी तरीके से काम करता है।
मध्य प्रदेश के हनुवंतिया में बड़ा हादसा, पैराग्लाइडिंग के दौरान 2 लोगों की मौत
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 21, 2021 11:29
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मौके पर मौजूद लोग तुरंत छतिग्रस्त पैराग्लाइडर के पास पहुंचे जिसके बाद उन्हें तत्काल पास में स्थित मुंदी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। एसआई भीम सिंह मंडलोइ ने बताया कि पैरा ग्लाइडिंग का ठेका सन ड्रजर्स कंपनी ले रखा है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित पर्यटन स्थल हनुवंतिया टापू में बुधवार शाम को पैराग्लाइडिंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। टापू में पैराग्लाइडर ऑपरेटर और एक यात्री पर्यटक की मौत हो गई। मरने वालों में एक कंपनी का कर्मचारी है तो दूसरा पैरा ग्लाइडिंग करने वाली कंपनी के ठेकेदार का भाई है। बताया जा रहा है कि हवा में उड़ता हुआ पैराग्लाइडर 150 फीट की ऊंचाई से जमीन पर गिरा। खंडवा कलेक्टर ने इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। वहीं घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर दुःख जताया है।
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दरअसल इन दिनों हनुवंतिया में जल महोत्सव का आयोजन चल रहा है। इसके चलते पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे है। 15 दिसंबर से शुरू हुए इस जल महोत्सव को 15 जनवरी तक चलना था, लेकिन पर्यटको की संख्या को देखते हुए 5 दिन पहले ही जल महोत्सव को एक महीने के लिए बढ़ाया गया था। बुधवार शाम लगभग 5:30 बजे के आसपास टापू पर पैराग्लाइडिंग चल रही थी। बालंचद पुत्र रामप्रताप दांगी (32) निवासी भगौरा जिला राजगढ़ और गजपाल सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह (28) निवासी बूढा मांगलियान जिला पाली, राजस्थान पैरा ग्लाडिंग कर रहे थे। वे दोनों 100 फीट से अधिक ऊंचाई पर थे। इसी दौरान किसी तकनीकी खराबी की वजह से एक पैराग्लाइडर अचानक से नीचे गिरा।
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जिससे पैराग्लाइडर को चलाने वाले पायलट बालचंद डांगी और इवेंट कंपनी के मैनेजर के रिश्तेदार गजराज सिंह राजपूत बुरी तरह घायल हो गए। घटना के बाद वहां हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद लोग तुरंत छतिग्रस्त पैराग्लाइडर के पास पहुंचे जिसके बाद उन्हें तत्काल पास में स्थित मुंदी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। एसआई भीम सिंह मंडलोइ ने बताया कि पैरा ग्लाइडिंग का ठेका सन ड्रजर्स कंपनी ले रखा है। इसका ठेकेदार श्रवण सोलंकी है। हादसे में बालचंद और गजपाल सिंह की मौत हुई है। बालचंद सन ड्रेजर्स कंपनी में कर्मचारी है। मृतक गजपाल सिंह कंपनी के ठेकेदार श्रवण सिंह की बुआ का लड़का बताया जा रहा है।
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वही घटना को लेकर खंडवा जिले के कलेक्टर अनय द्विवेदी ने इस घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और अनुविभागीय मजिस्ट्रेट को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। कलेक्टर के निर्देश के आस-पास मौजूद लोगों से पूछताछ भी की जाएगी। जिला कलेक्टर ने स्थानीय लोगों से इस हादसे के वीडियो और फुटेज भी जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। क्योंकि पैराग्लाइडिंग के दौरान बहुत से लोग वीडियो बना रहे थे। घटना के संबंध में तथ्यात्मक जानकारी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर भी एसडीएम पुनासा को दी जा सकती है। इस पूरी घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुःख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि खण्डवा के हनुवंतिया में हुई पैरा मोटरिंग दुर्घटना में दो अमूल्य जिंदगियों के असमय काल कवलित होने के समाचार से बहुत दु:ख पहुंचा है।
खण्डवा के हनुवंतिया में हुई पैरा मोटरिंग दुर्घटना में दो अमूल्य जिंदगियों के असमय काल कवलित होने के समाचार से बहुत दु:ख पहुंचा है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 20, 2021
ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!
टीकाकरण के दूसरे चरण में PM मोदी को लगेगी वैक्सीन, मुख्यमंत्रियों और सांसदों के लिए भी की गई व्यवस्था
- अनुराग गुप्ता
- जनवरी 21, 2021 11:25
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं है, दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण करा दिया जाएगा।
नयी दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस महामारी से निजात पाने के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान की शुरुआत की और अब खबर सामने आई है कि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के विधायकों और सांसदों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं है, दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर वालों का टीकाकरण करा दिया जाएगा। बता दें कि अभी पहले चरण का टीकाकरण अभियान जारी है। जिसमें 3 करोड़ अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को टीका लगाया जाना है। फिलहाल 7 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।
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वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और किसी बीमारी से ग्रसित लोगों को टीका लगाया जाएगा। हालांकि, अब कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में प्रधानमंत्री समेत सभी 50 साल से अधिक उम्र के सांसदों और मुख्यमंत्रियों को कोरोना का टीका दिया जाएगा ताकि देश के समक्ष टीके को लेकर सकारात्मक संदेश जाए।
कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कसा तंज, कहा- अब तो बस खाट ही बची है
- दिनेश शुक्ल
- जनवरी 21, 2021 11:15
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कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर शाम प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब कमलनाथ जी के पास कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है अब वह खाट पर ही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब मरता क्या न करता
भोपाल। मुरैना जिले के देवरी में कांग्रेस की इस खाट महापंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ के पास अब कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है तो खाट पर बैठेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में खाट महापंचायत कर केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की। इसमें कमलनाथ के अलावा दिग्विजय सिंह, युवा नेता और कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित तमाम नेता मौजूद रहे।
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कमलनाथ की खाट पंचायत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार देर शाम प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अब कमलनाथ जी के पास कुर्सी तो बची नहीं, खाट ही बची है अब वह खाट पर ही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब मरता क्या न करता, उन्हें कोई काम है नहीं उनकी सिर्फ एक टीम बैठी है जो सिर्फ ट्वीट करती है और झूठे सच्चे कुछ भी ट्वीट करें कोई काम तो होना चाहिए इसलिए वह सिर्फ ट्वीट करते रहते हैं।
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इस दौरान शराब दुकानों को लेकर कमलनाथ के आरोपों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा पहला कदम है माफियाओं को दफन करें और वह अभियान लगातार चल रहा है। अभी कोई फैसला नहीं किया है और ना ही कुछ तय किया है। वह तो कहते रहते हैं कौवा कान ले गया, उन्हें तो यह बात भी नहीं पता कि कौवा है या कान। कुछ भी बोलते रहते हैं, तथ्य आते हैं उन पर बात होती है। उन्होंने कहा कि यह फैसला मैंने किया था 10 साल तक कोई शराब की दुकान नहीं खुली, कई दुकानें बंद कर दी थी। मैं उस विषय पर अभी कुछ बोलना नहीं चाहता, कई तरह के तथ्य आते हैं उन सब पर विचार करके प्रदेश की जनता के हित में ही कोई फैसला करेंगे।

