भारत का नया सीक्रेट वेपन, अब समुद्र में नहीं छिप पाएंगा दुश्मन

secret weapon
@IN_HQENC
अभिनय आकाश । Oct 6 2025 3:37PM

नौसेना के अनुसार, एंड्रोथ के शामिल होने से उसकी समग्र पनडुब्बी रोधी युद्ध (ASW) क्षमताएँ बढ़ेंगी, विशेष रूप से तटीय और उथले पानी में संचालन के लिए, जो भारत की अपनी घरेलू रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के प्रयासों को दर्शाता है।

भारतीय नौसेना ने सोमवार को विशाखापत्तनम स्थित नौसेना गोदी में आयोजित एक समारोह में अपने दूसरे पनडुब्बी रोधी युद्ध (ASW) पोत, INS एंड्रोथ को नौसेना में शामिल किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों और शिपयार्ड प्रतिनिधियों ने भाग लिया और इसकी अध्यक्षता पूर्वी नौसेना कमान (ENC) के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर ने की। कोलकाता स्थित एक जहाज निर्माण कंपनी द्वारा निर्मित, एंड्रोथ पोत विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा के लिए तेजी से महत्वपूर्ण माने जाने वाले क्षेत्रों में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। नौसेना के अनुसार, एंड्रोथ के शामिल होने से उसकी समग्र पनडुब्बी रोधी युद्ध (ASW) क्षमताएँ बढ़ेंगी, विशेष रूप से तटीय और उथले पानी में संचालन के लिए, जो भारत की अपनी घरेलू रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के प्रयासों को दर्शाता है। 

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ईएनसी की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एंड्रोथ का जलावतरण नौसेना के स्वदेशीकरण और क्षमता संवर्धन की दिशा में चल रहे प्रयासों में एक और बड़ा कदम है। यह विकास स्थानीय स्तर पर प्राप्त तकनीक और विशेषज्ञता के माध्यम से रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की व्यापक राष्ट्रीय रणनीति के अनुरूप है। इस पोत का निर्माण 80 प्रतिशत से अधिक घटकों को भारत में ही प्राप्त करके किया गया है, जो देश की बढ़ती जहाज निर्माण क्षमता को दर्शाता है। एंड्रोथ को समुद्री इंजीनियरिंग में भारत की बढ़ती दक्षता का प्रमाण माना जाता है। नौसेना ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह दृष्टिकोण परिचालन आवश्यकताओं और घरेलू उद्योग विकास, दोनों का समर्थन करता है।

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