दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में भारत के इस शहर का नाम, New Delhi का ये है हाल

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रितिका कमठान । Mar 11 2025 2:39PM

दुनिया के शीर्ष 20 प्रदूषित शहरों में से 13 शहर भारत के है। स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी आईक्यू एयर की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 जारी हुई है। इस रिपोर्ट में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर असम का बर्नीहाट है। वहीं वैश्विक स्तर पर दिल्ली अब भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण कई बार इतना अधिक बढ़ जाता है कि ये दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में भी शुमार है। दिल्ली में सांस लेना लोगों के लिए मुश्किल भरा काम है। मंगलवार को एक नई रिपोर्ट वायु गुणवत्ता को लेकर शेयर की गई है। इस रिपोर्ट में भारत के प्रदूषित शहरों को शामिल किया गया है जो बेहद शर्मनाक है।

दुनिया के शीर्ष 20 प्रदूषित शहरों में से 13 शहर भारत के है। स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी आईक्यू एयर की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 जारी हुई है। इस रिपोर्ट में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर असम का बर्नीहाट है। वहीं वैश्विक स्तर पर दिल्ली अब भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है। भारत 2024 में पांचवें स्थान पर है। वर्ष 2023 में ये तीसरे स्थान पर थी।

रिपोर्ट की मानें तो देश में 2024 में पीएम 2.5 सांद्रता में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। औसतन ये स्तर 50.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी, जबकि 2023 में यह 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी। इन सभी सुधारों के साथ, दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में से छह शहर भारत के है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार उच्च स्तर का दर्ज हुआ है। इसमें वार्षिक औसत पीएम 2.5 सांद्रता 91.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही, जो 2023 में 92.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से लगभग अपरिवर्तित है।

दुनिया के शीर्ष 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 13 भारतीय शहर हैं। इसमें सबसे प्रदूषित असम का बर्नीहाट, दिल्ली, पंजाब का मुल्लांपुर, फरीदाबाद, लोनी, नई दिल्ली, गुरुग्राम, गंगानगर, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी, मुज़फ़्फ़रनगर, हनुमानगढ़ और नोएडा का नाम है। प्रदूषण रैंकिंग में भारत पांचवें स्थान पर है, जबकि अन्य चार देश चाड, बांग्लादेश, पाकिस्तान और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य हैं। कुल मिलाकर, 35 प्रतिशत भारतीय शहरों में वार्षिक PM2.5 का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन की सीमा 5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से 10 गुना अधिक मिला है।

 

भारत में वायु प्रदूषण का जोखिम

पिछले साल प्रकाशित एक अन्य अध्ययन के अनुसार, 2009 से 2019 तक भारत में हर साल लगभग 1.5 मिलियन मौतें संभावित रूप से PM2.5 प्रदूषण के दीर्घकालिक संपर्क से जुड़ी थीं। ये आँकड़े लैंसेट प्लैनेटरी हेल्थ अध्ययन ने शेयर किए थे।

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