रायबरेली में गांधी परिवार को झटका, सोनिया की जगह स्मृति ईरानी बनीं 'दिशा' की अध्यक्ष

2019 में चुनाव के बाद लगभग सभी संसदीय क्षेत्रों में दिशा का गठन कर दिया गया था लेकिन रायबरेली में नहीं हुआ था। इससे बड़ा फेरबदल मारा जा रहा है। काफी लंबे समय के बाद सोनिया गांधी को इस पद से हटना पड़ा है।
अमेठी के बाद अब भाजपा की ओर से गांधी परिवार के खिलाफ रायबरेली में भी घेराबंदी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में सोनिया गांधी को जिला विकास एवं समन्वय अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। सोनिया गांधी की जगह अब यह जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी को दी गई है। गांधी परिवार के लिए इसे झटका माना जा रहा है। हालांकि सोनिया गांधी को इस समिति का को-चेयरपर्सन चुना गया है। आपको बता दें कि दिशा समिति का गठन लोकसभा चुनाव के बाद किया जाता है। हालांकि कोरोना की वजह से इस बार इसमें देरी हुई।
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यह समिति हर 3 महीने में केंद्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करती है। नियमों के मुताबिक जिले के संसदीय सीट से मौजूदा सांसद को ही दिशा कमेटी का अध्यक्ष बनाया जाता है। रायबरेली जिले का एक ब्लॉक अमेठी के अंतर्गत आता है। ऐसे में स्मृति ईरानी को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। स्मृति ईरानी पहले से ही अमेठी में इस कमेटी की कमान संभाल रही हैं। 2019 में चुनाव के बाद लगभग सभी संसदीय क्षेत्रों में दिशा का गठन कर दिया गया था लेकिन रायबरेली में नहीं हुआ था। इससे बड़ा फेरबदल मारा जा रहा है। काफी लंबे समय के बाद सोनिया गांधी को इस पद से हटना पड़ा है।
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