बढ़ते अपराध को लेकर बोले भाजपा नेता धरमलाल कौशिक, शांति का द्वीप छत्तीसगढ़ अब अशांति का द्वीप बन गया
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान एक समय शांति के द्वीप के रूप में होती थी, लेकिन अब हर तरफ बढ़ते अपराध के चलते छत्तीसगढ़ अशांति का द्वीप बन गया है। हालत ऐसे बनते जा रहे हैं कि देश के दूसरे बड़े राज्यों से भी हम अपराध के मामले में आगे निकलते जा रहे हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में हर तरफ अशांति का वातावरण है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एसपी कान्फ्रेंस के नाम पर केवल औपचारिकता कर रहे हैं। प्रदेश में कहीं भी शांति के हालत नहीं है। छत्तीसगढ़ की पहचान एक समय शांति के द्वीप के रूप में होती थी, लेकिन अब हर तरफ बढ़ते अपराध के चलते छत्तीसगढ़ अशांति का द्वीप बन गया है। हालत ऐसे बनते जा रहे हैं कि देश के दूसरे बड़े राज्यों से भी हम अपराध के मामले में आगे निकलते जा रहे हैं जो बेहद ही चिंता का विषय है। नशे के बढ़ते कारोबार ने युवाओं को अपने आगोश में ले लिया है। यही कारण है कि किशोरों के द्वारा किए गए अपराध के मामलों में छत्तीसगढ़ का देश में पहले स्थान पर है जो यूपी जैसे विशाल जनसंख्या वाले राज्य से भी आगे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन घटित अपराधों का ग्राफ कम हुआ हो ऐसा कहीं भी देखने को नहीं मिलता। चोरी और चाकूबाजी पूरे प्रदेश में आम है। हर तरफ भय का वातावरण है।
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नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि इससे दुखद क्या हो सकता है कि एक पुत्र अपने पिता की हत्या कर फरार हो जाता है जिसके पीछे की वजह नशे के लत को माना जा सकता है। यही कारण है कि बुजुर्गों पर होने वाले अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। यह राष्ट्रीय औसत के तीन गुणा के बराबर है और 2018 की तुलना में 2020 में इसके दर में 50 प्रतिशत की वृध्दि हुई है। अपहरण के मामलें में छत्तीसगढ़ 7वें स्थान पर है। प्रदेश की पहचान फिरौतीगढ़ के रूप में होने लगी है। बलात्कार के मामले में प्रदेश का स्थान 6वें नंबर पर है वहीं महिलाओं के अपराध के मामले में 12वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा में 78 पुलिस जवान शहीद हुए है जो पूरे देश में पुलिस कर्मियों के हत्या के मामले में पहले स्थान पर हैं। यह सारे आंकड़ें प्रदेश के हालात व वर्तमान तस्वीर को बताती है कि प्रदेश में हालत कितने बिगड़ते जा रहे है और कांग्रेस सरकार कुर्सी पाओ, कुर्सी बचाओं अभियान में व्यस्त है।
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नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने खुद ही स्वीकारा है कि सन् 2019, 2020, 2021 31जनवरी तक शराब के 34335 मामलें दर्ज किए गए हैं। जिसमें 34305 मामलों पर कार्यवाही की गई और कुल प्रकरण में केवल नाम मात्र लोगों पर ही कार्यवाही हुई है। अवैध शराब के सर्वाधिक मामले राजधानी रायपुर में दर्ज किए गए हैं। उसी तरह से गांजा तस्करी प्रकरण के मामले में पुलिस ने 1272 मामले दर्ज किए है कुल जब्ती 48252.489 किलो ग्राम जब्त किया गया। जिसकी अनुमानित कीमत 61,22,77,302 रुपए आंकी गई है। यह आंकड़े बताते है कि राज्य में गांजे को तस्करी को लेकर हालत कितना चिंता जनक है।
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