ISRO ऐतिहासिक LVM3-M6 सफलतापूर्वक लॉन्च! एक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी, यहां जानें मिशन की मुख्य बातें

LVM3 M6
X- ISRO @isro
रेनू तिवारी । Dec 24 2025 8:57AM

ISRO के अनुसार, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन आज यूनाइटेड स्टेट्स की AST SpaceMobile का ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 कम्युनिकेशन सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है, जिसका समय सुबह 08:55:30 बजे IST तय है।

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने आज, 24 दिसंबर को LVM3-M6 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जिसमें ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट को ऑर्बिट में भेजा गया। US की AST SpaceMobile के लिए एक खास कमर्शियल मिशन के तौर पर किए गए इस लॉन्च ने सैटेलाइट कम्युनिकेशन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया है।

 

ISRO ने बताया कि LVM3-M6/ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 मिशन LVM3 लॉन्च व्हीकल पर एक डेडिकेटेड कमर्शियल मिशन है, जो USA की AST SpaceMobile के ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 कम्युनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च करेगा। यह मिशन LVM3 की छठी ऑपरेशनल उड़ान है। इस मिशन में, LVM3-M6 ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट को लो अर्थ ऑर्बिट में स्थापित करेगा, जो लो अर्थ ऑर्बिट में तैनात किया जाने वाला सबसे बड़ा कमर्शियल कम्युनिकेशन सैटेलाइट है। यह भारतीय धरती से LVM3 द्वारा लॉन्च किया जाने वाला सबसे भारी पेलोड भी होगा।

 

इसे भी पढ़ें: Pakistani Balloon | पाकिस्तान की नापाक हरकत? कुपवाड़ा के बाग में मिला PIA गुब्बारा, सुरक्षा बलों की चौकसी बढ़ी

 

ISRO ने बताया कि यह सैटेलाइट ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स की अगली पीढ़ी का हिस्सा है, जिसे सीधे स्टैंडर्ड मोबाइल स्मार्टफोन को स्पेस-बेस्ड सेलुलर ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ISRO द्वारा विकसित LVM3 एक तीन-स्टेज लॉन्च व्हीकल है जिसमें दो सॉलिड स्ट्रैप-ऑन मोटर (S200), एक लिक्विड कोर स्टेज (L110), और एक क्रायोजेनिक ऊपरी स्टेज (C25) शामिल हैं। इसका लिफ्ट-ऑफ मास 640 टन, ऊंचाई 43.5 मीटर और जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में 4,200 किलोग्राम पेलोड ले जाने की क्षमता है। 

इसे भी पढ़ें: Patna में भाजपा कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन का किया गया स्वागत

6,100 किलोग्राम वजनी यह कम्युनिकेशन सैटेलाइट LVM3 के इतिहास में लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में रखा गया अब तक का सबसे भारी पेलोड है, जो एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह LVM3-M5 मिशन के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ता है, जिसने सफलतापूर्वक 4,400 किलोग्राम का पेलोड जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में पहुंचाया था।

ISRO LVM3-M6 मिशन कहाँ देखें

इच्छुक दर्शक लॉन्च को ISRO के आधिकारिक YouTube चैनल पर या नीचे दिए गए स्ट्रीम के ज़रिए लाइव देख सकते हैं। ब्रॉडकास्ट सुबह 08:25 IST पर शुरू होने वाला है।

एक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी

यह मिशन ISRO की कमर्शियल शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) और US-बेस्ड AST SpaceMobile के बीच एक कमर्शियल समझौते के तहत किया जा रहा है।

लॉन्च से पहले, ISRO के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ (नोट: सटीकता के लिए अपडेट किया गया) और वरिष्ठ अधिकारियों ने 22 दिसंबर को तिरुमाला में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना की।

ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 मिशन को समझना

ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 एक अगली पीढ़ी का कम्युनिकेशन सैटेलाइट है जिसे दुनिया भर में स्टैंडर्ड स्मार्टफोन को सीधे हाई-स्पीड सेलुलर ब्रॉडबैंड प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।


मिशन की मुख्य बातें:

डायरेक्ट-टू-मोबाइल कनेक्टिविटी: यह सैटेलाइट एक ग्लोबल LEO कॉन्स्टेलेशन का हिस्सा है जिसे बिना किसी खास ग्राउंड इक्विपमेंट के 4G और 5G वॉयस, वीडियो, टेक्स्ट और डेटा सर्विस देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बहुत बड़ा पैमाना: इस स्पेसक्राफ्ट में 223-स्क्वायर-मीटर का फेज़्ड एरे एंटीना है, जो इसे LEO (लगभग 600 km की ऊंचाई पर) में तैनात किया गया अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल कम्युनिकेशन सैटेलाइट बनाता है।

ग्लोबल पहुंच: AST SpaceMobile ने लगातार इंटरनेट कवरेज देने के लिए दुनिया भर में 50 से ज़्यादा मोबाइल ऑपरेटरों के साथ पार्टनरशिप की है, जो सितंबर 2024 में लॉन्च किए गए उनके BlueBird 1-5 सैटेलाइट्स की सफलता पर आधारित है।

लॉन्च व्हीकल: LVM3

43.5-मीटर लंबा LVM3 (जिसे पहले GSLV Mk III के नाम से जाना जाता था) एक तीन-स्टेज वाला हेवी-लिफ्ट रॉकेट है। इसके आर्किटेक्चर में शामिल हैं:

सॉलिड बूस्टर: विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) द्वारा विकसित दो S200 सॉलिड रॉकेट बूस्टर, लिफ्टऑफ के लिए ज़रूरी ज़बरदस्त थ्रस्ट देते हैं।

कोर स्टेज: एक लिक्विड-प्रोपेलेंट स्टेज।

क्रायोजेनिक स्टेज: ISRO के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (LPSC) द्वारा विकसित एक एडवांस्ड अपर स्टेज।

उम्मीद है कि फ्लाइट सीक्वेंस लगभग 15 मिनट तक चलेगा, जिसके बाद BlueBird Block-2 लॉन्च व्हीकल से अलग हो जाएगा और ऑर्बिट में अपनी तैनाती शुरू कर देगा।

All the updates here:

अन्य न्यूज़