झारखंड: न्यायाधीश की मौत के विरोध में वकीलों ने किया कार्य बहिष्कार, जताया गुस्सा
झारखंड में न्यायाधीश की मौत के विरोध में वकीलों ने कार्य का बहिष्कार किया।वकीलों ने पूर्व में एक वकील की हत्या को लेकर भी अपना गुस्सा जताया। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए 30,000 से अधिक वकीलों ने राज्य में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने की मांग की।
रांची/धनबाद। झारखंड के धनबाद में न्यायाधीश उत्तम आनंद की एक वाहन से कथित तौर पर कुचलने से मौत के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को पांच दिन की हिरासत में भेजे जाने के बीच शुक्रवार को वकीलों ने इस घटना के विरोध में राज्यभर में कार्य बहिष्कार किया। वकीलों ने पूर्व में एक वकील की हत्या को लेकर भी अपना गुस्सा जताया। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए 30,000 से अधिक वकीलों ने राज्य में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने की मांग की।
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वहीं, उच्चतम न्यायालय ने धनबाद में एक न्यायाधीश की 28 जुलाई की सुबह में एक वाहन से कथित तौर पर कुचलने की ‘‘वीभत्स घटना में दुखद मौत’’ पर शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया और मामले की जांच की प्रगति के बारे में झारखंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से एक हफ्ते के भीतर स्थिति रिपोर्ट मांगी। इस बीच, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार धनबाद के न्यायाधीश उत्तम आंनद की मौत के मामले की जांच को लेकर गंभीर है और उनके परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। न्यायाधीश के परिवार के सदस्यों ने सोरेन से मुलाकात की थी।
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