Karnataka: CM पर सस्पेंस के बीच सुरजेवाला बोले- कोई भी नेता नेतृत्व को लेकर बयान ना दें, पहली कैबिनेट में 5 वादे पूरे करेंगे

Surjewala
ANI
अंकित सिंह । May 17 2023 7:46PM

सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार लगातार पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलते रहे। राहुल गांधी के साथ दोनों की तस्वीर भी सामने आ गई। लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो सका। डीके शिवकुमार ने अपने सांसद भाई के आवास पर अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक भी की।

कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस के भीतर सस्पेंस बरकरार है। मुख्यमंत्री पद की रेस में 2 नाम फिलहाल चर्चा में है। एक ओर सिद्धारमैया हैं तो दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार। दोनों नेताओं के अपने-अपने दावे हैं और दोनों अब मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर आलाकमान के समक्ष अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। इन सब के बीच आज भी मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो सका। खबर यह है कि अगले एक-दो दिन में मुख्यमंत्री को लेकर फैसला लिया जा सकेगा। आज कांग्रेस नेतृत्व के भीतर दिनभर बैठकों का दौर जारी रहा। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार लगातार पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलते रहे। राहुल गांधी के साथ दोनों की तस्वीर भी सामने आ गई। लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो सका। डीके शिवकुमार ने अपने सांसद भाई के आवास पर अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक भी की। 

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इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बड़ी बात कही है। उन्होंने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है और साथ ही साथ कुछ मीडिया रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि मीडिया के हमारे प्रिय मित्रों का एक वर्ग कर्नाटक में अगली कांग्रेस सरकार के गठन पर भाजपा की 'फेक न्यूज फैक्ट्री' का शिकार हो गया है। उन्होंने कहा कि हम कर्नाटक के भाइयों और बहनों द्वारा निर्णायक रूप से खारिज किए जाने और 40 प्रतिशत भाजपा सरकार को समाप्त करने में भाजपा की हताशा को समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हीं लोगों ने पीएम मोदी से सवाल किया होगा जब उन्होंने उत्तर प्रदेश, असम, गोवा और कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री तय करने में 7 से 10 दिन का समय लिया था। तब किसी ने आलाकमान की संस्कृति पर एक शब्द भी नहीं कहा। 

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इसके साथ ही सबरजेवाला ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अपनाई गई संवाद, चर्चा, आम सहमति की प्रक्रिया पर उन्हीं ताकतों और चुनिंदा न्यूज आउटलेट्स को आपत्ति है, जो सच्ची लोकतांत्रिक परंपराओं में है। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस के सभी नेताओं को सलाह भी दी है कि वे नेतृत्व के मुद्दे पर बयान जारी न करें। यहां से आगे की गई किसी भी बारी की टिप्पणी को अनुशासनहीनता माना जाएगा और तदनुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर कन्नडिगा के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और कैबिनेट की पहली बैठक में कांग्रेस की 5 गारंटी को लागू करेगी। कर्नाटक के लिए एक स्वच्छ, ईमानदार और पारदर्शी सरकार हमारा कर्तव्य है और हम राज्य को 48 से 72 घंटों के भीतर नई सरकार देंगे। हम ब्रांड कर्नाटक का पुनर्निर्माण करेंगे और 6.5 करोड़ कन्नडिगाओं के सपनों को हकीकत में बदलेंगे। लोकतंत्र को बचाने और मजबूत करने और संवैधानिक सिद्धांतों की पुष्टि करने के लिए एक नया रास्ता दिखाने के लिए हम एक बार फिर कन्नडिगों को धन्यवाद देते हैं।

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