केजरीवाल की अपील- प्रवासी मजदूर कहीं न जाएं, हम भोजन-पानी का इंतजाम कर रहे हैं
दिल्ली परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के पैदल अपने घरों की ओर जाना शुरू करने के बाद बसों की व्यवस्था की गई हैं। डीटीसी और क्लस्टर बस उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा से लगते स्थानों तक छोड़ देंगी जहां से उस राज्य की बसें उन्हें आगे ले जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में 800 केंद्र गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त भेाजन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में उचित दर की 1000 दुकानें प्रति व्यक्ति साढ़े सात किलोग्राम मुफ्त राशन वितरित कर रही हैं और करीब 71 लाख लोगों को मुफ्त राशन मिलेगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इसी तरह की अपील की और कहा कि दिल्ली सरकार ने शहर से अपने घर जाने की कोशिश कर रहे मजदूरों के लिए 100 बस उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने भी प्रवासियों से अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रहें, उनके लिए राज्य सरकार पूरे इंतजाम कर रही है। इससे पहले, केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सरकारों ने बसों की व्यवस्था की है। फिर भी, मैं सभी से अपील करता हूं कि वे जहां हैं, वहीं रहें। हमने रहने और भोजन के इंतजाम किए हैं। कृपया घर पर ही रहें। अपने गांव वापस मत जाओ, अन्यथा लॉकडाउन का उद्देश्य विफल हो जाएगा।’’Important updates on Covid-19 lockdown in Delhi and the relief measures being undertaken https://t.co/RuYdDHrVTW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 28, 2020
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दिल्ली परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के पैदल अपने घरों की ओर जाना शुरू करने के बाद बसों की व्यवस्था की गई हैं। डीटीसी और क्लस्टर बस उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा से लगते स्थानों तक छोड़ देंगी जहां से उस राज्य की बसें उन्हें आगे ले जाएंगी। सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार की 100 और उप्र सरकार की 200 बस दिल्ली से पैदल जाने की कोशिश कर रहे लोगों को ले जा रही हैं। अब भी, मैं सभी से लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह करता हूं। बाहर जाने पर, किसी भी तरह के प्रवास पर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है क्योंकि तब आपसी मेलजोल बढ़ेगा।’’ दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भी दिल्ली छोड़ रहे लोगों से यहीं रहने की अपील की और कहा कि सरकार उन्हें स्कूलों में ठहराएगी। दिल्ली सरकार ने 224 रैन बसेरों और 325 स्कूलों में करीब चार लाख गरीबों तथा जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। हालांकि, हजारों प्रवासी मजदूरों और दिहाड़ी श्रमिकों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है जो लॉकडाउन की वजह से अपना रोजगार और आजीविका खो चुके हैं।
UP और दिल्ली - दोनों सरकारों ने बसों का इंतज़ाम तो कर दिया। लेकिन मेरी अभी भी सभी से अपील है कि वे जहां है, वहीं रहें। हमने दिल्ली में रहने, खाने, पीने, सबका इंतज़ाम किया है। कृपया अपने घर पर ही रहें। अपने गाँव ना जायें। नहीं तो लॉकडाउन का मक़सद ही खतम हो जाएगा। https://t.co/fbtqhhck86
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 28, 2020
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