सड़क से जुड़ेगा किरमिच खेड़ी, सिंधिया के प्रयासों से टूटी वर्षों की बाधा

Scindia
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अशोकनगर जिले की मुंगावली तहसील के आदिवासी बहुल गांव किरमिच खेड़ी के निवासियों को अब मुख्य सड़क से सीधा और सुगम रास्ता मिलेगा। अभी तक ग्रामीणों को खेतों और कीचड़ भरे अस्थायी रास्तों से होकर गुजरना पड़ता था। यह मामला जैसे ही केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा क्षेत्रीय सांसद सिंधिया के ध्यान में आया, उन्होंने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।

अशोकनगर जिले की मुंगावली तहसील के आदिवासी बहुल गांव किरमिच खेड़ी के निवासियों को अब मुख्य सड़क से सीधा और सुगम रास्ता मिलेगा। अभी तक ग्रामीणों को खेतों और कीचड़ भरे अस्थायी रास्तों से होकर गुजरना पड़ता था। यह मामला जैसे ही केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा क्षेत्रीय सांसद सिंधिया के ध्यान में आया, उन्होंने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। 

सीमांकन और सहमति के अभाव में रुकी थी योजना

गांव में स्कूल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं तो उपलब्ध हैं, लेकिन अब तक कोई शासकीय सड़क नहीं बन पाई। किरमिच खेड़ी मुख्य सड़क से करीब 1.5 किमी और ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 12 किमी की दूरी पर स्थित है। ग्रामीणों को रोज़ाना 14–15 निजी खेतों से होकर अस्थायी और कीचड़ भरे रास्ते से गुजरना पड़ता है। बरसात के दौरान यह रास्ता बेहद कठिन हो जाता है। अब जल्द ही यहां निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 

14 मई को जारी हुआ कार्य आदेश, बारिश के बाद शुरू होगा निर्माण

प्रधानमंत्री जन-मन योजना के अंतर्गत 14 मई 2025 को कार्यादेश जारी कर निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि मानसून समाप्त होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि वे वर्षों से स्थानीय प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई ठोस पहल नहीं हुई। सिंधिया जी के हस्तक्षेप से उन्हें अब स्थायी समाधान की उम्मीद जगी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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