लालू का पैरोल अब तक मंजूर नहीं, डॉक्टरों को पृथक-वास में भेजे जाने पर तेजस्वी चिंतित

लालू

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 13 अप्रैल को कहा था कि रिम्स के पृथक-वास इकाई में संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण अस्वस्थ राजद प्रमुख को रिहा करने के लिए राज्य सरकार ने कानूनी राय मांगी है। प्रसाद कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। रिम्स में उनका उपचार चल रहा है।

रांची। झारखंड सरकार ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद को पैरोल प्रदान करने का फैसला अब तक नहीं लिया है। इस बीच, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को उन खबरों पर चिंता जतायी जिसमें कहा गया है कि उनके पिता का उपचार करने वाले डॉक्टरों को कोरोना वायरस के एक मरीज के संपर्क में आने के बाद पृथक-वास में भेजा गया है। राजद सुप्रीमो राजेंद्र चिकित्सा विज्ञान संस्थान (रिम्स) के निजी वार्ड में भर्ती हैं। रिम्स को ‘कोरोना वायरस अस्पताल’ बनाया गया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 13 अप्रैल को कहा था कि रिम्स के पृथक-वास इकाई में संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण अस्वस्थ राजद प्रमुख को रिहा करने के लिए राज्य सरकार ने कानूनी राय मांगी है। प्रसाद कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। रिम्स में उनका उपचार चल रहा है। तेजस्वी ने अपने पिता को जल्द पैरोल पर रिहा करने करने के लिए परोक्ष रूप से अपील की है। 

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तेजस्वी ने कहा है ,‘‘मैं चिंतित हूं क्योंकि 72 साल की उम्र होने और किडनी, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों से जूझने के कारण मेरे पिता को महामारी के दौरान और सुरक्षात्मक उपाए करने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जिनके परिवार हैं वही महसूस कर सकते हैं कि मैं क्या कर रहा हूं।’’ झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में राजद भी भागीदार है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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