क्या भारत में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल होनी चाहिए? जानिए इस फैसले की वजह

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निधि अविनाश । Dec 17 2021 4:02PM

लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल कराने के पीछे का कारण महिला और पुरूष के बीच का भेद खत्म करना है। इसके अलावा लड़कियों को कमाने का पुरूषों के बराबर मौका मिलेगा। बताया यह भी जा रहा है कि, कम उम्र की लड़कियों को गर्भधारण, प्रसव में होने वाली कई समस्याएं पैदा हो जाती है।

भारत में अब लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, इस प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है और सरकार इसको लेकर कानूनों में संशोधन करेगी। आपको बता दें कि, पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2020 को अपने संबोधन में इसका जिक्र करते हुए कहा था कि, बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए शादी उचित समय पर करना जरूरी है। कानून के मुताबिक, देश में पुरुषों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 और महिलाओं की 18 साल है। लेकिन अब सरकार इस कानून में संशोधन करेगी। बाल विवाह निषेध कानून, स्पेशल मैरिज एक्ट और हिंदू मैरिज एक्ट के तहत कानूनों में संशोधन करेगी। जया जेटली की अध्यक्षता वाली नीति आयोग की टास्क फोर्स ने प्रस्ताव का समर्थन किया था।शीर्ष सरकारी विशेषज्ञ वीके पॉल, स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कानून मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी टास्क फोर्स के सदस्यों में शामिल थे, जिसे पिछले साल जून में स्थापित किया गया था।

अब सवाल यह है कि, आखिर सरकार ने लड़कियों की उम्र 21 साल करने का फैसला क्यों किया हैं? हिंदी अखबार NBT में छपी एक खबर के मुताबिक, शादी के लिए लड़कियों की उम्र में बदलाव आना चाहिए और इसकी मांग कई वर्गो से की गई थी। लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल कराने के पीछे का कारण महिला और पुरूष के बीच का भेद खत्म करना है। इसके अलावा लड़कियों को कमाने का पुरूषों के बराबर मौका मिलेगा। बताया यह भी जा रहा है कि, कम उम्र की लड़कियों को गर्भधारण, प्रसव में होने वाली कई समस्याएं पैदा हो जाती है। इसके अलवा कम उम्र में जो लड़कियां बच्चे पैदा करती है उससे बच्चे में कुपोषण के मामले सबसे ज्यादा अधिक होता है। मां और शिशु की मृत्य को कम करने के लिए सरकार लड़कियों की उम्र 18 से 21 करने का फैसला किया है।

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सवाल तो यह भी है कि क्या सरकार यह फैसाल जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए लिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, शादी की उम्र को बढ़ाने के पीछे शिशु के जन्म से जुड़ा हुआ है। अगर लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ जाती है तो इससे वह उच्च शिक्षा और नौकरी हासिल कर पाएंगी। इसके अलावा महिलाएं अपनी शादी को लेकर खुद फैसला करने के लिए आत्मनिर्भर होंगे। आपको बता दें कि, सरकार के इस प्रस्ताव का कई लोग विरोध कर रहे है। विरोध करने का सबसे बड़ा कारण वोटिंग एज बताई जा रही है। कुछ लोगों का मानना है कि, आबादी का एक हिस्सा गैरकानून रूप से शादी रचा सकता है और पिछड़े वर्गों के लोग अपनी पूरानी परपंराओं की कारण इन कानूनों को तोड़ भी सकते है। 

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जानिए अलग-अलग देशों में क्या है लड़कियों की उम्र

स्पेन में पहले लड़कियों की शादी की उम्र 14 वर्ष थी लेकिन अब इसे बदलकर 16 कर दी गई है। वहीं इंगलैंड और वेल्स में लड़कियां एगर 18 या 17 साल की हुई तो वह अपने माता-पिता से मंजूरी लेकर शादी रचा सकती है। चीन में लड़कियों की शादी की उम्र में 20 साल है और लड़कों की 22 साल है।  

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