महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष ने सुप्रिया सुले को दी सलाह, राजनीति छोड़िए और घर जाकर खाना बनाइये

Supriya Sule
ANI
अभिनय आकाश । May 26 2022 3:42PM

पाटिल ने बुधवार को मुंबई में राज्य भाजपा इकाई के चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान सुले को राजनीति में आने के बजाय "घर जाकर खाना बनाने" जैसा विवादित बयान दे दिया।

महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राकांपा सांसद सुप्रिया सुले को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी है। जिसको लेकर एनसीपी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाटिल ने बुधवार को मुंबई में राज्य भाजपा इकाई के चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान सुले को राजनीति में आने के बजाय "घर जाकर खाना बनाने" जैसा विवादित बयान  दे दिया। 

इसे भी पढ़ें: 'महाराष्ट्र में घुसने नहीं देंगे, हनुमान चालीसा का पाठ करने पर जान से मार देंगे', नवनीत राणा को फोन पर मिली धमकी

महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करने वाली एनसीपी की सांसद सुले ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में मध्य प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों में ओबीसी के लिए आरक्षण की अनुमति देने के बाद कहा था कि एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने एक बैठक के दौरान कहा था कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली आए और 'किसी' से मिले। मुझे नहीं पता कि अगले दो दिनों में अचानक क्या हुआ और उन्हें ओबीसी आरक्षण के लिए हरी झंडी मिल गई। शरद पवार की बेटी सुप्रियो सुले  द्वारा भाजपा पर निशाना साधे जाने के बाद चंद्रकांत पाटिल ने कहा आप (सुले) राजनीति में भी क्यों हैं, बस घर जाओ और खाना बनाओ। दिल्ली जाओ या कब्रिस्तान, लेकिन हमें ओबीसी कोटा दिला दो। लोकसभा सदस्य होने के बावजूद, आप कैसे नहीं जानते कि मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात कैसे की जाती है।

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी की बैठक संपन्न, नाना पटोले बोले- राज्य में लागू होगा उदयपुर नवसंकल्प शिविर घोषणापत्र

पाटिल की टिप्पणी के बाद राकांपा की राज्य महिला शाखा की अध्यक्ष विद्या चव्हाण ने उनका नाम लिए बिना कहा कि एक व्यक्ति जिसने एक मौजूदा महिला विधायक को टिकट देने से इनकार किया और अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा, वह एक संसद रत्न पुरस्कार (अच्छे प्रदर्शन के लिए) दो बार सम्मानित सांसद के साथ बदतमीजी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि आप मनुस्मृति में विश्वास करते हैं, लेकिन हम अब और चुप नहीं रहेंगे। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़