महाराष्ट्र इमारत हादसा: 64 वर्षीय बुजुर्ग अपनी बेटी और नाती-नतिनी की तलाश में बेचैन
अधिकारी ने बताया कि इमारत में करीब 40 मकान थे। उन्होंने बताया कि सुरक्षित निकाले गए लोगों को मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर महाड के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई में रहनेवाले मेरे बेटे ने मुझे सोमवार रात फोन करके इमारत गिरने की जानकारी दी। मैं तत्काल मंदानगढ़ से यहां के लिए रवाना हो गया।’’ मंदानगढ़ घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर है और अली सोमवार रात में ही यहां पहुंच गए और तब से घटनास्थल पर ही हैं। वह अपने परिजन के बारे में जानकारी पाने के लिए बेचैन हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी बेटी अपनी पांच साल और दो साल की बेटियों और तीन साल के एक बेटे के साथ यहां रहती है। मुझे उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। अधिकारी मुझे मलबे में उनकी तलाश करने नहीं दे रहे हैं।’’Maharashtra: Search & rescue operation by National Disaster Response Force (NDRF) underway at the spot where a building collapsed in Kajalpura area of Raigad district y'day. (Image source: NDRF)
— ANI (@ANI) August 25, 2020
As per Raigad District Collector, 2 deaths reported so far, 18 still feared trapped. pic.twitter.com/lYEc0DnhDW
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इस पांच मंजिला इमारत के गिरने के एक दिन बाद भी मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश की जा रही है क्योंकि पुलिस के मुताबिक 19 लोग अब भी लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन इकाई के मंत्रालय राज्य नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि महाड तहसील के काजलपुरा में ‘तारक गार्डन’ नाम की इमारत सोमवार देर शाम करीब सात बजे ढह गयी। अधिकारी ने बताया कि इमारत में करीब 40 मकान थे। उन्होंने बताया कि सुरक्षित निकाले गए लोगों को मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर महाड के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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