CAA-NRC के खिलाफ महाराष्ट्र बंद, बसों पर पथराव, एक व्यक्ति घायल
आंबेडकर ने कहा कि पुलिस ने विदर्भ के अमरावती में वीबीए कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया, लेकिन बाद में पुलिस को महसूस हुआ कि उनकी कार्रवाई गलत थी। इसके बाद पार्टी समर्थकों को छोड़ दिया गया। उन्होंने बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं पर बंद के दौरान पालघर में जबरन दुकानें पुन: खुलवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
मुंबई/सोलापुर/पुणे। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और देशभर में प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ दलित नेता प्रकाश आम्बेडकर की पार्टी द्वारा शुक्रवार को आहूत ‘महाराष्ट्र बंद’ के मद्देनजर राज्य के कई हिस्सों में पथराव की छुटपुट घटनाएं सामने आयी हैं। इस दौरान सार्वजनिक परिवहन सेवाएं एवं जनजीवन पर खास असर नहीं पड़ा। राज्य भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है मुंबई में पथराव की घटना में एक बस चालक घायल हो गया। वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ और देश की आर्थिक स्थिति को लेकर राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था।शाम के करीब चार बजे बंद को समाप्त करने की घोषणा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, वीबीए नेता आम्बेडकर ने दावा किया कि मुंबई में बंद को व्यापारियों और दफ्तरों में काम करने वालों से ‘अच्छी प्रतिक्रिया’ मिली और बंद का आयोजन पूरे राज्य में ‘‘शांतिपूर्ण’’ रहा।उन्होंने कहा कि बंद के दौरान पथराव या तोड़फोड़ करने वाले कुछ लोग वीबीए के सदस्य नहीं हैं और वे अन्य संगठनों के सदस्य हैं।
Maharashtra: Security in Mumbai, in light of the statewide bandh called by Vanchit Bahujan Aghadi (VBA) today, in protest against #CitizenshipAmendemntAct and National Register of Citizens (NRC). pic.twitter.com/Mc7nP0Hszk
— ANI (@ANI) January 24, 2020
आंबेडकर ने कहा कि पुलिस ने विदर्भ के अमरावती में वीबीए कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया, लेकिन बाद में पुलिस को महसूस हुआ कि उनकी कार्रवाई गलत थी। इसके बाद पार्टी समर्थकों को छोड़ दिया गया। उन्होंने बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं पर बंद के दौरान पालघर में जबरन दुकानें पुन: खुलवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। आंबेडकर ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन किया गया। हमनें सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ संदेश दे दिया है। यह मुसलमानों के साथ-साथ हिंदुओं को भी प्रभावित कर रहा है... इसके साथ ही, देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है। हमनें इसे उजागर किया है।’’ उन्होंने कहा कि गुरुवार रात से राज्य भर में वीबीए के लगभग 3,000 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने पुलिस से प्रदर्शनकारियों को रिहा करने का अनुरोध किया है क्योंकि वे तोड़फोड में लिप्त नहीं थे। उन्होंने दावा किया कि मजदूर संघों के अलावा लगभग 100 राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने बंद का समर्थन किया। मुंबई में यातायात बाधित करने की कुछ घटनाओं और पथराव की छिट-पुट घटनाओं को छोड़कर शहर में बंद का कोई खास असर नहीं देखने को मिला।
इससे पहले एक अधिकारी ने बताया कि उपनगर चेम्बुर में स्वस्तिक पार्क के निकट अज्ञात लोगों ने एक ‘बेस्ट’ बस पर पथराव किया और ठाणे के तीन हाथ नाका पर बड़ी संख्या में वीबीए समर्थक एकत्र हुए।बृहन्मुंबई बिजली आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह हादसा सुबह करीब 9.15 बजे हुआ जब कुछ अज्ञात लोगों ने मार्ग संख्या 362 पर कुर्ला स्टेशन की ओर जाने वाली बस पर पथराव किया।उन्होंने बताया कि बस का चालक विलास दभाड़े इसमें घायल हो गया और उसे उपनगरीय गोवंडी के शताब्दी अस्पताल में ले जाया गया। बस के किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कई वीबीए कार्यकर्ताओं को उस समय हिरासत में ले लिया जब घाटकोपर में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर उन्होंने कुछ वाहनों को रोकने की कोशिश की।वित्तीय राजधानी मुंबई में मध्य एवं पश्चिमी रेलवे दोनों की उपनगरीय और बाहरी ट्रेन सेवाएं, मेट्रो, मोनोरेल सेवाएं, टैक्सी और ऑटो-रिक्शा की सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहीं। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि सभी रेलवे स्टेशनों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। अधिकारी ने बताया कि कुर्ला, सायन-ट्रॉम्बे रोड, बाइकला, दादर, वडाला और अंधेरी जैसे इलाकों में बंद का आशिंक असर देखा गया। पुलिस ने बताया कि सोलापुर और औरंगाबाद जिलों में नगरीय बसों पर पथराव की घटनाएं सामने आयी हैं।
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