बंगाल में चुनाव से पहले बढ़ी राजनीतिक हलचल, ममता के भाई ने वंशवाद की राजनीति पर उठाए सवाल
कार्तिक बनर्जी ने कहा कि राजनीति का अंत होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल में कोई बाहरी का मुद्दा नहीं है। जिसके बाद उनके राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच खींचतान जारी है। अब ममता बनर्जी के घर में फूट होने की अकटलें लगाई जा रही है। दरअसल, ममता बनर्जी के भाई कार्तिक बनर्जी के तेवक कुछ बदले-बदले दिखाई दे रहे हैं। वो टीवी चैनलों से बात करते हुए कभी वंशवाद की राजनीति के अंत होने की बात करते नजर आ रहे हैं तो कभी राजनीति में आने के संकेत भी देते दिख रहे हैं। एक निजी चैनल से बात करते हुए कार्तिक बनर्जी ने कहा कि राजनीति का अंत होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल में कोई बाहरी का मुद्दा नहीं है। जिसके बाद उनके राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
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बंगाल में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीनों का समय शेष रह गया है। ऐसे में कार्तिक बनर्जी के इस बयान से सूबे में नए कयासों के दौर को हवा भी दे डाली। जीत की हैट्रिक लगाने की कवायद में लगी ममता दीदी को राज्य में बीजेपी से कड़ी और बड़ी चुनौती मिल रही है। लोकसभा चुनाव में बेहतरीन स्ट्राइक रेट पाने के बाद आत्मविश्वास से लबरेज बीजेपी लगातार ममता सरकार को लेकर आक्रमक है। वहीं दूसरी तरफ शुभेंदु अधिकारी समेत अन्य तृणमूल नेताओँ का पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला भी चल पड़ा है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हो या अमित शाह दोनों के ही निशाने पर ममता बनर्जी की परिवारवाद की राजनीति रही है। लेकिन ऐसे में उनके भाई ने वंशवाद का मुद्दा उठाकर नई राजनीति को हवा दे दिया।
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