मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: मंत्री मंजू वर्मा ने दिया इस्तीफा

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[email protected] । Aug 8 2018 8:35PM

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड सामने आने के बाद विवादों में घिरी नीतीश कुमार की सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने आज अपने पध से इस्तीफा दे दिया है।

बिहार के मुजफ्फरपुर जिला स्थित एक बालिका गृह में 34 लड़कियों के यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर द्वारा समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा से फोन पर 'राजनीतिक मुद्दों' पर बातचीत होने की बात स्वीकार करने के कुछ ही घंटे के बाद आज मंजू वर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय सूत्रों ने बताया कि मंजू वर्मा ने नीतीश कुमार से मुलाकात की और अपना इस्तीफा पत्र उन्हें सौंप दिया।

मुजफ्फरपुर जिले की एक स्थानीय अदालत में आज पेशी के दौरान आरोपी ब्रजेश ठाकुर से जब संवाददाताओं ने उनकी गत जनवरी से जून महीने की कॉल डिटेल्स में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा से 17 बार फोन पर बातचीत होने के बारे में पूछा तो ब्रजेश ने उनसे किसी कार्य के बारे में बात होने से इनकार करते हुए यह स्वीकार किया कि उनसे राजनीतिक मुद्दों बात हुई है। विपक्षी दलों ने मांग की थी कि मंजू वर्मा इस मामले में नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें और उनके पति को गिरफ्तार करके उनसे इस मामले में पूछताछ की जाए। मंजू वर्मा ने इस पर गत 26 जुलाई को अपने पति की इसमें संलिप्तता से इनकार किया था और उन पर लगाए जा रहे आरोप को आधारहीन बताते हुए कहा था कि आरोप सिद्ध होने पर वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगी।

मंजू ने पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर गत 26 जुलाई को पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुजफ्फरपुर बालिका गृह के गिरफ्तार सीपीओ रवि कुमार रौशन की पत्नी द्वारा लगाये इस आरोप को निराधार बताया था कि उनके पति चंद्रशेखर वर्मा बालिका गृह में अक्सर जाया करते थे। मंजू वर्मा ने अपने पति को निर्दोष बताते हुए कहा था कि वह अपने पति पर आरोप सिद्ध होने पर मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा देने के साथ राजनीतिक और सामाजिक जीवन से सन्यास ले लेंगी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वे पिछड़ी और कमजोर जाति से हैं इसलिए उनके पति को मोहरा बनाया जा रहा है।

इस मामले में जेल में बंद बालिका गृह के सीपीओ रवि कुमार रौशन की पत्नी द्वारा समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा पर उक्त बालिका गृह में अक्सर जाने का गत 25 जुलाई को आरोप लगाया था। उसके बाद विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंजू वर्मा को मंत्री पद से बर्खास्त करने और उनके पति को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ किए जाने की मांग की थी। रवि की पत्नी ने मंजू वर्मा के पति पर बालिका गृह में अपने साथ जाने वाले अधिकारियों को बाहर छोड़कर उसके भीतर जाने का आरोप लगाते हुए बताया था कि वहां की लडकियां उन्हें नेताजी के तौर जानती थीं 

मंजू वर्मा ने अपने पति के अपने साथ फरवरी 2016 में उक्त बालिका गृह जाने की बात स्वीकार करते हुए कहा था कि इस मामले के उजागर हुए करीब एक महीना बीत चुका है लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस की जांच के क्रम में इस तरह का आरोप किसी पर नहीं लगा। उन्होंने कहा कि गत 25 जुलाई को जब बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने वहां का दौरा किया तो साजिश के तहत उनके पति पर बेबुनियाद आरोप लगाया गया जिसका न तो कोई साक्ष्य है न ही कोई आधार है। गत पांच अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह जरूर कहा था ‘न तो कोई भी गड़बड़ करने वाला बचेगा और न ही उसे बचाने वाला बचेगा।’ हमने आज तक गड़बड़ करने वाले के साथ कोई समझौता नहीं किया है।

मंजू वर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री के कहने पर नहीं बल्कि बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव तथा मीडिया द्वारा इसको लेकर ‘हायतौबा’ मचाए जाने पर दिया है। उन्होंने कहा कि सीडीआर की बात की जा रही है, लेकिन एक सामाजिक और एक राजनीतिक कार्यकर्ता के नाते हर किसी का फोन रिसीव करना उनका फर्ज है। मंजू ने कहा कि वे अदालत से गुहार लगाती हैं कि ब्रजेश ठाकुर के फोन की उक्त सीडीआर को ‘पब्लिक डोमेन’ में लाया जाए ताकि यह पता चले कि उनके पति के अलावा उसकी अन्य किन लोगों की बातें हुई थी। उन्होंने कहा कि ‘‘अगर ब्रजेश ठाकुर से केवल फोन पर बात करने से मेरे पति को दोषी ठहराया जा सकता है तो ऐसे में वे सभी लोग जिन्होंने उससे फोन पर बात की वे भी दोषी हैं।’’

मंजू ने आरोप लगाया कि उन्हें ऐसा लगता है कि किसी रसूखदार को बचाने के लिए प्रतिपक्ष के नेता ने उन्हें निशाना बनाया। उन्होंने इस मामले की जांच कर रही सीबीआई और अदालत पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि वे डंके की चोट पर कहती हैं कि उनके पति निर्दोष हैं और उनके पति के निर्दोष साबित होने पर उक्त महिला जिसने उनके पति पर आरोप लगाया था उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी। गत पांच अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था ‘न तो कोई भी गड़बड़ करने वाला बचेगा और न ही उसे बचाने वाला बचेगा।’ हमने आज तक गड़बड़ करने वाले के साथ कोई समझौता नहीं किया है।

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