जवानों के बलिदान के पीछे छिप रहे हैं मोदी, कांग्रेस बोली- रोजगार, अर्थव्यवस्था चुप क्यों
उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद एवं लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन तथा पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों में कभी सफल नहीं होंगे।
नयी दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के एक बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमले पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि मोदी को जवानों के पराक्रम एवं बलिदान के पीछे छिपने के बजाय रोजगार संकट और अर्थव्यवस्था की बदहाली जैसे मुद्दों पर जवाब देना चाहिए। पार्टी ने बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई से जुड़ी पित्रोदा की टिप्पणी को उनकी निजी राय भी करार दिया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, पुलवामा आतंकी हमला मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गंभीर विफलता थी। बालाकोट में कार्रवाई हमारी वायुसेना के वीरता और शौर्य का सबसे बेहतरीन उदाहरण है।
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 22, 2019
Truth also is -
1. Modiji was busy shooting films in Corbett Park & speech as Nation mourned Pulwama martyrs,
2. Modi Govt was clueless as RDX, MI Carbines & Rocket Launchers were smuggled in to be used in Pulwama,
3. BJP Govt released Masood Azhar & other terrorists.
उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद एवं लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन तथा पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों में कभी सफल नहीं होंगे। सुरजेवाला ने कहा कि सच्चाई यह है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री कार्बेट पार्क में फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा, मोदी जी और भाजपा को किसी निजी राय का इस्तेमाल जहर फैलाने के लिए नहीं करना चाहिए। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मोदी को जवानों के पराक्रम एवं बलिदान के पीछे छिपने के बजाय रोजगार संकट, कृषि संकट, जीएसटी की त्रासदी और अर्थव्यवस्था की बदहाली जैसे मुद्दों पर जवाब देना चाहिए।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालाकोट एयर स्ट्राइक पर पित्रोदा द्वारा कथित तौर पर सवाल किए जाने के बाद निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षाबलों को नीचा दिखाना विपक्ष की आदत है। खबरों के मुताबिक पित्रोदा ने कहा था कि क्या हमने सच में हमला किया था? क्या सच में 300 आतंकी मारे गए थे? विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने एक नागरिक की हैसियत से सवाल किया था। उन्होंने कहा, मैंने सिर्फ एक नागरिक के रूप में कहा कि मैं यह जानने का हकदार हूं कि क्या हुआ। मैं पार्टी की तरफ से नहीं, सिर्फ एक नागरिक के रूप में बोल रहा हूं। मुझे यह जानने का अधिकार है और इसमें क्या गलत है?
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