पाक से निपटने में मोदी सरकार ने मामला बिगाड़ा: कांग्रेस

कांग्रेस ने पठानकोट आतंकवादी हमला मामले में पड़ोसी देश से निपटने को लेकर मोदी सरकार पर ‘‘बात बिगाड़ने’’ तथा पाकिस्तान के हाथों में खेलने का आरोप लगाया।

कांग्रेस ने पठानकोट हमला मामले में पड़ोसी देश से निपटने को लेकर मोदी सरकार पर ‘‘बात बिगाड़ने’’ तथा पाकिस्तान के हाथों में खेलने का आरोप लगाया। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर भारत का रूख स्पष्ट रहा और उसे सराहा गया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'मैं समझता हूं कि सरकार ने पूरी तरह मामले को बिगाड़ दिया। इससे बड़ी गड़बड़ नहीं हो सकती। गलती पाकिस्तानियों की है... इसमें कोई शक नहीं लेकिन भारत सरकार, दुर्भाग्य से, उनके हाथों में खेल रही है।’’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ‘दुष्ट राष्ट्र’ बना रहेगा और मुझे नहीं लगता कि हम उससे किसी बेहतरी की उम्मीद कर सकते हैं। सिंघवी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की टीम को पठानकोट आने का निमंत्रण देकर पाकिस्तान को ‘वैधता’ प्रदान कर दी जबकि पिछले 70 सालों में ऐसा कोई निमंत्रण कभी नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा, 'उन्हें वैधता प्रदान करके, हमने अपने चेहरे पर तमाचा खाया जो उन्होंने वापस जाकर लगाया, हमें गरिआया, हमारी आलोचना की। हमने आतंक को अंजाम देने वालों को पीड़ितों के बराबर खड़ा कर दिया।’’ सिंघवी ने कहा, 'यह तो और अपमान करना है....हमने नहीं उन्होंने शांति प्रक्रिया को निलंबित किया था।’’

इस आरोप का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, 'पठानकोट आतंकी हमले के बाद यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे जिन्होंने कहा था कि कार्रवाई हो रही है और इसी संदर्भ में जेआईटी यहां आया और अब संभवत: भारतीय टीम वहां जाएगी।’’

कोहली ने कहा, ''अब यह पाकिस्तान को दिखाना है कि वह अपनी प्रतिबद्धता के प्रति और आतंकवाद से लड़ने को लेकर कितना गंभीर है।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि दुनिया इस बात को लेकर चिंतित है कि आतंकवाद के विषय में पाकिस्तान में क्या हो रहा है। नलिन कोहली ने कहा, ''भारत की स्थिति को स्वीकार किया गया है, मान्यता दी गयी है और यहां तक कि सराहा गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक वचन दिया था।’’ उन्होंने कहा, ''यदि पाकिस्तान खुद आतंकवादी हमलों का सामना करने के बावजूद अपनी ही बात से मुकर जाता है तो इससे यह पता चलेगा कि पाकिस्तान में ‘‘अच्छे आतंकवादी’’ और ''बुरे आतंकवादी’’ की पुरानी नीति जारी है और हर कोई इस का संज्ञान ले रहा है।’’

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नीति काफी स्पष्ट है और प्रधानमंत्री मोदी के तीन सिद्धांत हैं- सभी वार्ताएं द्विपक्षीय होनी चाहिए, हर बात शांतिपूर्ण तरीके से सुलझायी जानी चाहिए तथा आतंकवाद और वार्ता साथ साथ नहीं चल सकती। भाजपा नेता ने कहा कि सीमा पर काफी बदलाव आया है। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी बमबारी या मोर्टार हमला होता है, सेना को मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होती और वह जवाब देती है।’’ उन्होंने कहा, ''इसलिए भारत अधिक सुरक्षित स्थिति में है।’’ उन्होंने कहा, ''उसने दोस्ती का हाथ बढ़ाया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने विभिन्न द्विपक्षीय वार्ताओं में एक हद तक उसका जवाब दिया।’’ कोहली ने कहा, ''अब यदि यह कार्रवाई में बदलता है तो यह रिश्ता बन सकता है। अन्यथा यह दुखद रिश्ता है और हमें इसे स्वीकार करना होगा। भारत अपने रास्ते पर बढ़ता रहेगा और यह पाकिस्तान को तय करना है कि वह भारत के साथ कैसे रिश्ते चाहता है।’’

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