मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में कहा :सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का सम्मान करें

Narendra Modi
प्रतिरूप फोटो

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गरीबों को राहत देने के लिए मुफ्त खाद्यान्न कार्यक्रम- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को इस साल सितंबर तक छह महीने के लिए बढ़ाए जाने का उल्लेख किया और सांसदों से कहा कि उन्हें इस योजना के बारे में घर-घर जाकर लोगों को बताना चाहिए।

नयी दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय दल की बैठक में तीन मूर्ति भवन परिसर में बन रहे पूर्व प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय के महत्व को रेखांकित किया और सासंदों से कहा कि यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ही सरकार है, जिसने सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान का सम्मान किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से सामाजिक न्याय को समर्पित ‘‘सामाजिक न्याय पखवाड़ा’’ के तहत अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में छह अप्रैल से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा। साथ ही उन्होंने पार्टी सांसदों से अनुसूचित जाति व जनजातियों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रचार करने को भी कहा।

प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर पूर्व प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय का उद्घाटन करने वाले हैं।

बैठक में मौजूद एक नेता के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के संग्रहालय का उल्लेख करते हुए कहा कि भले ही इसमें भाजपा के एक प्रधानमंत्री हों लेकिन देश के हर एक प्रधानमंत्री का योगदान महत्वपूर्ण है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए।

उक्त नेता के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हमारे तो एक ही हैं, बाकी उनके हैं ....वह किसी भी दल के रहे हों, फिर भी हमने पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को सम्मान दिया है। हमें दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी प्रधानमंत्रियों का सम्मान करना चाहिए। आप सभी को यहां जाना चाहिए।’’ भाजपा अक्सर यह आरोप लगाती रही है कि आजादी के बाद अधिकांश समय कांग्रेस ने देश पर शासन किया और वह सिर्फ गांधी-नेहरू परिवार के प्रधानमंत्रियों का ही गुणगान करती रही थी जबकि अन्य के साथ उसका व्यवहार ठीक नहीं रहा।

भाजपा सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने कहा, ‘‘यह राष्टीय पहचान का एक तरह से लोकतांत्रिकरण है और हमारे पूर्व प्रधानमंत्रियों के प्रति आभार का प्रकटीकरण है।’’

इस संग्रहालय में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान का विस्तार से उल्लेख किया गया और विभिन्न माध्यमों से उन्हें दर्शाया भी गया है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गरीबों को राहत देने के लिए मुफ्त खाद्यान्न कार्यक्रम- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) को इस साल सितंबर तक छह महीने के लिए बढ़ाए जाने का उल्लेख किया और सांसदों से कहा कि उन्हें इस योजना के बारे में घर-घर जाकर लोगों को बताना चाहिए। बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पत्रकारों को बताया कि भाजपा संसदीय दल ने खाद्यान्न योजना के विस्तार के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में पिछले दिनों फैसला लिया गया था।

मार्च 2020 में, केंद्र ने कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों की कठिनाइयों को कम करने के प्रयासों के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत कवर किए गए 80 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करने के लिए ‘पीएमजीकेएवाई’ की शुरुआत की थी।

मेघवाल ने कहा कि आज की बैठक में प्रधानमंत्री का जोर 6 से 14 अप्रैल के बीच मनाए जाने वाले सामाजिक न्याय सप्ताह पर रहा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान सांसदों से अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने सांसदों से इस दौरान बाबा साहेब आंबेडकर से जुड़े तीर्थ स्थलों का दौरा करने को भी कहा।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान सांसदों को यह सुझाव भी दिया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मनरेगा कोष का इस्तेमाल गांवों में छोटे-छोटे तालाब बनाने में करना चाहिए। उन्होंने सांसदों से आकांक्षी जिलों का दौरा करके वहां विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने को भी कहा।

आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

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