भाषाई भूल थी, मैं बहन सोफिया और देश से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं... MP के मंत्री विजय शाह का फिर आया माफीनामा

मंत्री ने आगे कहा कि मेरा आशय किसी भी धर्म, जाति एवं समुदाय को ठेस पहुँचाने, आहत करने का नही था, मैं भूलवश अपने द्वारा कहे गये शब्दो के लिये पूरी भारतीय सेना से, बहन कर्नल सोफिया से, एवं समस्त देशवासियो से पूरी तरह से क्षमा प्रार्थी हूँ और पुनः हाथ जोडकर माफी माँगता हूँ।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि जयहिन्द, पिछले दिनों पहलगाम में हुए जघन्य हत्याकांड से मैं मन से बहुत दुखी एवं विचलित हूँ, मेरा राष्ट्र के प्रति अपार प्रेम और भारतीय सेना के प्रति आदर एवं सम्मान हमेशा रहा है। मेरे द्वारा कहे गये शब्दो से समुदाय, धर्म, देशवासियो को दुख पहुँचा है, यह मेरी भाषाई भूल थी।
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मंत्री ने आगे कहा कि मेरा आशय किसी भी धर्म, जाति एवं समुदाय को ठेस पहुँचाने, आहत करने का नही था, मैं भूलवश अपने द्वारा कहे गये शब्दो के लिये पूरी भारतीय सेना से, बहन कर्नल सोफिया से, एवं समस्त देशवासियो से पूरी तरह से क्षमा प्रार्थी हूँ और पुनः हाथ जोडकर माफी माँगता हूँ। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों के खिलाफ ऑपरेशन में सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में की गई अभद्र टिप्पणी के लिए विजय शाह की माफी को खारिज कर दिया।
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कोर्ट ने मध्य प्रदेश पुलिस को मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का भी आदेश दिया। पीठ ने मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को 20 मई तक एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था। इस टीम में मध्य प्रदेश कैडर के तीन वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी शामिल होने चाहिए, जिसमें एक महिला अधिकारी भी शामिल हो। अदालत ने यह भी आदेश दिया कि तीनों अधिकारी राज्य से बाहर के होने चाहिए। एसआईटी का नेतृत्व कम से कम पुलिस महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी द्वारा किया जाना चाहिए, जबकि अन्य दो सदस्यों का पद पुलिस अधीक्षक (एसपी) से कम नहीं होना चाहिए।
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