I Love Muhammad ट्रेंड पर भड़के मुख्तार अब्बास, कहा- आस्था के नाम पर अराजकता ठीक नहीं

नकवी ने स्पष्ट किया कि मुसलमान होने के नाते मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम उनकी आस्था का हिस्सा हैं और किसी भी तरह से आस्था या अस्मिता को बंधक बनाना गलत है। उन्होंने कहा कि आस्था और अस्मिता को अराजकता या पाखंड के माध्यम से प्रभावित नहीं किया जा सकता।
आई लव मुहम्मद नारे पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ लोग आस्था और पहचान का इस्तेमाल अराजकता के लिए बंधक के रूप में कर रहे हैं। पहचान और आस्था का इस्तेमाल अराजकता के उपकरण के रूप में करना अस्वीकार्य है। नकवी ने स्पष्ट किया कि मुसलमान होने के नाते मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम उनकी आस्था का हिस्सा हैं और किसी भी तरह से आस्था या अस्मिता को बंधक बनाना गलत है। उन्होंने कहा कि आस्था और अस्मिता को अराजकता या पाखंड के माध्यम से प्रभावित नहीं किया जा सकता।
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गौरतलब है कि कर्नाटक के दावणगेरे शहर में 24 सितंबर की रात को ‘आई लव मोहम्मद’ के संदेशों वाले पोस्टर सामने आने के बाद साम्प्रदायिक तनाव फैल गया जिससे लोगों के दो समूहों के बीच पथराव हुआ। कार्ल मार्क्स नगर की घटना के कारण पोस्टर हटाने को लेकर दो समुदायों के सदस्यों के बीच तनातनी पैदा हो गयी। दावणगेरे की पुलिस अधीक्षक उमा प्रशांत के अनुसार, पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और पांच मिनट के भीतर स्थिति पर काबू पा लिया। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि कार्ल मार्क्स नगर में आई लव मुहम्मदिया लिखा बैनर लगाया गया था। दूसरे समुदाय ने इसे हटाने की मांग की।
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सपा नेता आजम खान के बारे में भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आजकल किसी भी राजनेता का सफर या निष्ठा कभी भी और कहीं भी बदल सकती है, लेकिन जहां तक उनका सवाल है, उनका राजनीतिक अस्तित्व समाजवादी सिद्धांतों से गहराई से जुड़ा हुआ है... मैं उनसे कहूंगा कि राजनीति छोड़कर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
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