शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर कोई आपत्ति नहीं, पर कानून हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा: खट्टर

Khattar

बृहस्पतिवार को किसानों के एक समूह ने बबली के खिलाफ फतेहाबाद में प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका, और मांग की कि विधायक को अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए।

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कानून को अपने हाथ में लेने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। राज्य में प्रदर्शन कर रहे किसान समूहों ने आरोप लगाया कि जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने मंगलवार को फतेहाबाद जिले के टोहाना में प्रदर्शन के दौरान उनके खिलाफ अभद्र का इस्तेमाल किया। बबली ने आरोपों से इनकार किया है और प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह पर टोहाना शहर में प्रदर्शन के दौरान उनकी हत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया है। बृहस्पतिवार को किसानों के एक समूह ने बबली के खिलाफ फतेहाबाद में प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका, और मांग की कि विधायक को अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए। 

इसे भी पढ़ें: राकेश टिकैत बोले- भाजपा का जो हाल बंगाल में हुआ, वहीं उत्तर प्रदेश में होगा

खट्टर ने एक सवाल के जवाब में कहा, “डीसी (उपायुक्तों) से कहा गया है कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से कोई प्रदर्शन होता है तो सरकार को उस पर कोई आपत्ति नहीं है।” वह यहां उपायुक्तों के साथ कोविड स्थिति और इसके प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों पर बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, “अगर कोई कानून-व्यवस्था को हाथ में लेता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन मामलों में कानून के अनुसार जो भी कार्रवाई करने की जरूरत है, डीसी को कहा गया है कि कार्रवाई करने से झिझके नहीं।” बुधवार को हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी कानून हाथ में लेने वालों को चेतावनी दी थी। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने बुधवार शाम को टोहाना में बबली के आवास की ओर मार्च करने की कोशिश की थी, लेकिन वहां तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। पुलिस ने करीब 25-30 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को बाद में छोड़ दिया गया। 

इसे भी पढ़ें: मध्य दिल्ली में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में तीन किसान गिरफ्तार

एक किसान नेता ने बृहस्पतिवार को फतेहाबाद में संवाददाताओं से कहा कि विधायक ने कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से अभद्र का इस्तेमाल किया और किसानों को धमकाया। उन्होंने यह भी दावा किया कि घटना के बाद फतेहाबाद पुलिस ने तीन किसान नेताओं को हिरासत में लिया था। उन्होंने कहा कि पांच जून को, किसान राज्य में भाजपा और जजपा के विधायकों और सांसदों के आवास के बाहर काले कानूनों की प्रतियां जलाएंगे। केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर राज्य के कई किसान समूह भाजपा-जजपा नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं। वे मांग कर रहे हैं कि तीनों कानूनों को निरस्त किया जाए।

इसे भी पढ़ें: पुराने लोगों को नजरअंदाज कर भाजपा में लाए गए टीएमसी के दल-बदलू धीरे-धीरे चले जाएंगे: तथागत राय

बृहस्पतिवार को किसानों के एक समूह ने प्रदर्शन किया और कैथल में तीतराम चौक के पास राजमार्ग को करीब दो घंटे तक जाम कर दिया। उनकी मांग है कि बबली माफी मांगे या उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़