नोएडा की लड़की की रीढ़ की हड्डी में गंभीर विकृति के बाद हुई सफल सर्जरी

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चिकित्सक ने रीढ़ की हड्डी की समस्या को ठीक करने के लिए ‘इंट्राऑपरेटिव न्यूरो-मॉनीटरिंग’ (आईओएनएम), ‘अल्ट्रासोनिक बोन स्केलपेल’ और सेल सेवर्स जैसी उन्नत सर्जिकल तकनीकों का इस्तेमाल किया।

नोएडा निवासी 15 वर्षीय एक लड़की की रीढ़ की हड्डी की सफल सर्जरी की गई है। इस लड़की की रीढ़ की हड्डी 40 डिग्री तक झुक गई थी और अब इस विकृति को दुरुस्त किया गया है।

आद्या (15) में किशोरावस्था के दौरान होने वाली ‘इडियोपैथिक स्कोलियोसिस’ नाम की बीमारी का पता चला था। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका अगर इलाज न किया जाए तो फेफड़े और हृदय की कार्यप्रणाली पर बुरा असर पड़ सकता है। उसका इलाज फरीदाबाद के अमृता अस्पताल में हुआ।

यहां जारी एक बयान के अनुसार, टीम का नेतृत्व करने वाले ‘स्पाइन सर्जरी’ के प्रमुख डॉ. तरुण सूरी ने बताया, ‘‘जब आद्या हमारे पास आई, तो उसकी रीढ़ की हड्डी का टेढ़ापन पहले ही शल्य चिकित्सा की सीमा को पार कर चुका था। इसका प्रभाव केवल शारीरिक नहीं था, बल्कि इसके गंभीर भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक परिणाम भी थे।’’

चिकित्सक ने रीढ़ की हड्डी की समस्या को ठीक करने के लिए ‘इंट्राऑपरेटिव न्यूरो-मॉनीटरिंग’ (आईओएनएम), ‘अल्ट्रासोनिक बोन स्केलपेल’ और सेल सेवर्स जैसी उन्नत सर्जिकल तकनीकों का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि मरीज को सर्जरी के पांच दिन बाद ही छुट्टी दे दी गई तथा दो महीने के भीतर ही उसने पूर्णकालिक कक्षाएं पुनः शुरू कर दीं।

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