Prajatantra: बीजेपी-कांग्रेस नहीं, अब दिल्ली में दो बिहारियों की फाइट, मामला हो सकता है टाइट

kanhaiya manoj
ANI
अंकित सिंह । Apr 15 2024 2:01PM

उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि मैं दिल्ली की जनता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी, सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं... इस फैसले से देश को संदेश जाएगा कि हम लोकसभा चुनाव मजबूती के साथ लड़ रहे हैं... हम न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

राजनीतिक कार्यकर्ता कन्हैया कुमार उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कन्हैया कुमार को लेकर अब चर्चा तेज हो गई है। "टुकड़े-टुकड़े गैंग" फिर सुर्खियों में आ गया है। कन्हैया कुमार बिहार से टिकट चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने उम्मीदवारों की एक नई सूची जारी की, जिसमें पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से 10 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने जेपी अग्रवाल को चांदनी चौक सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि पूर्व सांसद उदित राज को उत्तर पश्चिम दिल्ली-एससी सीट से मैदान में उतारा है।

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कौन है कन्हैया कुमार 

कुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हैं, जिन्होंने पहली बार 2016 में विरोध प्रदर्शन के दौरान हलचल मचाई थी। उन्हें परिसर में "देश-विरोधी" नारे लगाने के लिए उस समय गिरफ्तार किया गया था (और बाद में रिहा कर दिया गया था)। उन्होंने सीपीआई के टिकट पर बेगुसराय से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा के गिरिराज सिंह से हार गए थे। कुमार सितंबर 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए। वह जल्द ही कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पार्टी की छात्र शाखा, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के प्रभारी बन गए। प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के किसी भी पूर्व छात्र ने शायद हाल ही में कन्हैया कुमार के रूप में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं की है, जबकि उनके आलोचकों ने उन्हें "टुकड़े-टुकड़े गैंग" से जोड़ा है। यह शब्द अलगाववाद के कथित समर्थकों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी - इंडिया ब्लॉक के दोनों सदस्य सीट-बंटवारे समझौते के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। आप ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस तीन लोकसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ रही है। दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है और वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

अपने-अपने दावें

उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि मैं दिल्ली की जनता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी, सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं... इस फैसले से देश को संदेश जाएगा कि हम लोकसभा चुनाव मजबूती के साथ लड़ रहे हैं... हम न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उत्तर पूर्वी दिल्ली से उनके खिलाफ कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मैं भाजपा उम्मीदवार के रूप में लोगों से मिल रहा हूं और अपने काम के आधार पर वोट मांग रहा हूं। किसी को मेरे खिलाफ आना ही था लेकिन कांग्रेस की मानसिकता ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है।' क्या कांग्रेस पार्टी में देश की सेना और संस्कृति का सम्मान करने वाला कोई नहीं है, जिसे वे टिकट दे सकें?... जो भी (उत्तर-पूर्वी दिल्ली) आएंगे वे 40 दिन के दौरे पर हैं और वे हमारे क्षेत्र में किए गए 14,600 करोड़ रुपये के काम को जरूर देखेंगे।

कैसे फाइनल हुआ नाम

बताया जा रहा है कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से कई उम्मीदवार टिकट की रेस में थे। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली का नाम का प्रस्ताव रखा था। इसके अलावा संदीप दीक्षित का भी इस सीट से नाम काफी चर्चाओं में चल रहा था। लेकिन राहुल गांधी ने कन्हैया कुमार की पैरवी की। इसके बाद कांग्रेस ने कन्हैया कुमार के नाम पर अपनी मूहर लगा दी। कन्हैया कुमार को लेकर भी पिछले कई दिनों से अटकलें का दौर चल रहा था। इसके अलावा भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौड़ का भी नाम चर्चाओं में था। ऐसे में माना जा रहा है कि कन्हैया कुमार को चुनावी मैदान में उतार कर कांग्रेस ने मनोज तिवारी के खिलाफ बड़ा दांव चला है। कन्हैया कुमार मनोज तिवारी पर जबरदस्त दबाव भी बनाए रख सकते हैं।

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रोचक हुआ मुकाबला

नॉर्थईस्ट दिल्ली सीट पर अब मुकाबला बिहारी बनाम बिहारी हो चुका है। मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार बिहार से आते हैं। पूर्वांचल और बिहार के लोगों को साधने की कोशिश दोनों ओर से की जा रही है। नॉर्थईस्ट दिल्ली में प्रवासियों की संख्या जबरदस्त है। इसके अलावा यह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण वाला इलाका है। 2020 के दिल्ली दंगे भी यही हुए थे। सीलमपुर, मुस्तफाबाद, बाबरपुर, करावल नगर जैसे क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी ज्यादा है। ऐसे में यहां धार्मिक ध्रुवीकरण की भी संभावना बन सकती है। मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार दोनों चर्चित चेहरे हैं। टीवी के स्तर माने जा सकते हैं ऐसे में मुकाबला रोचक हो सकता है। 

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