चिराग पासवान ने जनसंख्या नियंत्रण के कानूनी उपायों को नकारा, बोले- जागरूकता बढ़ाने जरूरत

Chirag Paswan

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा कि हमें कानून बनाने के बारे में सोचने के बजाय जन जागरूकता बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए।

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए विधायी उपाय करने की खबरों के बीच बृहस्पतिवार को इस तरह के उपायों से असहमति जताई। उन्होंने दिल्ली के दो दिवसीय दौरे के बाद पटना लौटने पर यहां हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं कि सीमित संसाधनों वाले हमारे देश में बेलगाम जनसंख्या वृद्धि विनाशकारी हो सकती है। लेकिन हमें कानून बनाने के बारे में सोचने के बजाय जन जागरूकता बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। हमें आपातकाल के दौरान जबरन नसबंदी को नहीं भूलना चाहिए जिसने जनसंख्या नियंत्रण को बदनाम किया।’’ 

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हाल ही में असम और उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकारों द्वारा लाए गए संबंधित विधेयकों ने जनसंख्या वृद्धि को रोकने में कानूनों की प्रभावशीलता पर एक राष्ट्रव्यापी बहस को जन्म दिया है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाए जाने को नकारने वालों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं जिनकी पार्टी जदयू वर्तमान में भाजपा की सहयोगी है। चिराग ने नीतीश पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘अगर कानून बदलाव लाने में इतने प्रभावी हैं तो इतने लंबे समय से बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद भी ऐसा क्यों है कि यहां शराब अभी भी उपलब्ध है।’’ नीतीश कुमार सरकार ने 2016 में राज्य में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।

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