अच्छी शिक्षा से ही देश आगे बढ़ेगा, यही एजेंडा हैः जावड़ेकर
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि अच्छी शिक्षा से ही देश आगे बढ़ेगा तथा यह किसी दल का नहीं बल्कि राष्ट्रीय एजेंडा है।
रायपुर। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि अच्छी शिक्षा से ही देश आगे बढ़ेगा तथा यह किसी दल का नहीं बल्कि राष्ट्रीय एजेंडा है। जावड़ेकर ने रविवार को यहां राजधानी रायपुर के सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भिलाई के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा से ही देश आगे बढ़ेगा। शिक्षा किसी दल का नहीं बल्कि राष्ट्रीय एजेंडा है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है। अच्छी शिक्षा, सबको शिक्षा हमारा लक्ष्य है।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने आईआईटी में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे बड़ी कठिन परीक्षा पास करके इस संस्थान में प्रवेश पाने में सफल हुए हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि यहां के छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश का नाम रौशन करेंगे। जावड़ेकर ने उच्च शिक्षा के साथ अनुसंधान और नवाचार पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने गूगल, फेसबुक, ट्विटर, विंडो, व्हाटसअप की खोज नहीं की, लेकिन इनके निर्माण और विकास में भारतीय युवाओं का भी योगदान है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा में अनुसंधान और नवाचार के महत्व को देखते हुए केन्द्र सरकार ने उच्च शिक्षा के लिए साथ ही अनुसंधान और नवाचार के लिए 20 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि आईआईटी अनुसंधान और नवाचार आधारित संस्थान है। छात्र अपनी पढ़ाई के साथ ही अपनी कल्पना और नवाचार से कैम्पस में ही स्टार्टअप ले सकते हैं। केन्द्र सरकार ऐसे छात्रों को स्टार्टअप योजना के तहत पूरी मदद करेगी।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने समारोह में कहा कि आईआईटी भिलाई इस राज्य और देश की भावी पीढ़ी का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा, हमारा फोकस प्राथमिक शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाना है। छत्तीसगढ़ को बने 16 वर्ष हो गए हैं। इन वर्षों में उच्च शिक्षा के सभी संस्थान यहां आ चुके हैं। केवल आईआईटी की कमी थी, जो आज पूरी हो गयी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री जावड़ेकर के प्रति आभार प्रकट किया। रमन सिंह ने कहा कि नवनिर्माण की नयी कल्पना को साकार करने के लिए राज्य में मजबूत प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ निकट भविष्य में देश का सबसे तेज गति से विकसित राज्य बनेगा। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आईआईटी भिलाई छत्तीसगढ़ का प्रथम और देश का 23वां आईआईटी है। इसकी कक्षाएं भिलाई नगर में स्वयं का कैम्पस बनने तक सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के परिसर में संचालित होंगी। अभी यह संस्थान कम्प्यूटर सांइस एण्ड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और मेकेनिकल इंजीनियरिंग के साथ शुरू हो रहा है। जावड़ेकर ने शैक्षणिक सत्र 2018-19 से माइनिंग इंजीनियरिंग ब्रांच शुरू करने की घोषणा की है। अधिकारियों ने बताया कि इस भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में पूर्णकालिक निदेशक की नियुक्ति होने तक निदेशक का दायित्व आईआईटी हैदराबाद के निदेशक संभालेंगे। शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्थाएं आईआईटी हैदरबाद द्वारा की जाएंगी।
भिलाई नगर में आईआईटी के स्थायी कैम्पस के निर्माण तक समस्त शैक्षणिक कार्य अस्थायी कैम्पस (शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर सेजबहार रायपुर) में संचालित किए जाएंगे। इसके लिए राज्य शासन द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के ब्लॉक-बी को आईआईटी को उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा 80 सीटर महिला छात्रावास और 120 सीटर पुरूष छात्रावास भी उपलब्ध कराया गया है। आईआईटी भिलाई में इस वर्ष 118 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इनमें 105 छात्र और 13 छात्राएं शामिल हैं। कुल प्रवेशित विद्यार्थियों में कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में 40, मेकेनिकल इंजीनियरिंग में 40 और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 38 विद्यार्थी हैं। प्रथम सेमेस्टर के लिए आईआईटी हैदराबाद से विभिन्न विषयों के 25 प्रोफेसर अध्यापन कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि आईआईटी भिलाई नगर के स्थायी कैम्पस निर्माण के लिए ग्राम कुटेला भाठा, जिला दुर्ग में 349 एकड़ और ग्राम सिरसा में 88 एकड़ जमीन चिन्हाकित की गयी है। राज्य शासन द्वारा इस आई.आईटी के लिए इंडस्ट्री इन्टरेक्शन सेन्टर और रिसर्च पार्क स्थापना के लिए नया रायपुर में दस एकड़ जमीन दी गयी है।
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