पी चिदंबरम का आरोप, दशक का सबसे बड़ा घोटाला है चुनावी बॉन्ड
पार्टियों को चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदे के इस्तेमाल को लेकर विवाद पैदा हो गया है और कांग्रेस ने इसे ‘‘लोकतंत्र के लिये खतरा” बताया गया क्योंकि इसमें दानकर्ता और दान पाने वाले का पता नहीं होगा।
नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने चुनावी बॉन्ड को “दशक का सबसे बड़ा घोटाला” करार देते हुए शनिवार को कहा कि जिस दानकर्ता ने भाजपा को दान नहीं दिया उसके बारे में पार्टी को पता होगा और जो पूरी तरह अंधेरे में होगा वह है भारत की जनता। उनकी तरफ से उनके परिवार द्वारा ट्वीट की गई पोस्ट में उन्होंने कहा, “चुनावी बॉन्ड दशक का सबसे बड़ा घोटाला हैं।”
I have asked my family to tweet this on my behalf:
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 23, 2019
Electoral Bonds are the biggest scam of the decade.
Purchasers will be known to the Bank and, therefore, to the Government.
Donor will be known to the party (BJP) to which he donated.
भ्रष्टाचार और धन शोधन के मामले में जेल में बंद चिदंबरम ने कहा कि चुनावी बॉन्ड के खरीदारों के बारे में बैंक को जानकारी होगी और इसलिये सरकार को भी उनके बारे में पता होगा। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “दानकर्ता ने किसे दान दिया यह बात पार्टी (भाजपा) को पता होगी। जिस दानकर्ता ने भाजपा को दान नहीं दिया उसके बारे में भी भाजपा को पता होगा। अगर कोई पूरी तरह अंधेर में होगा तो वह भारत के लोग हैं। पारदर्शिता जिंदाबाद!”
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पार्टियों को चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदे के इस्तेमाल को लेकर विवाद पैदा हो गया है और कांग्रेस ने इसे ‘‘लोकतंत्र के लिये खतरा” बताया गया क्योंकि इसमें दानकर्ता और दान पाने वाले का पता नहीं होगा। भाजपा का दूसरी तरफ कहा कि इन बॉन्ड से काले धन पर लगाम लगेगी।
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