बाघों के लौटने के संकेत मिलने के बाद पलामू अभयारण्य चौकन्ना

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झारखंड के पलामू बाघ अभयारण्य (पीटीआर) में बाघों के लौटने के संकेत मिलने के साथ ही वन रक्षकों ने अपने कर्मियों को जंगल के राजा की रक्षा एवं संरक्षण के लिए चौकन्ना रहने को कहा है। क्षेत्र निदेशक कुमार आशुतोष ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘डब्ल्यूआईआई से करीब एक सप्ताह पहले मिले एक पत्र में यह पुष्टि की गई है कि अभयारण्य में दो बाघ हैं।

रांची, 31 जुलाई।  झारखंड के पलामू बाघ अभयारण्य (पीटीआर) में बाघों के लौटने के संकेत मिलने के साथ ही वन रक्षकों ने अपने कर्मियों को जंगल के राजा की रक्षा एवं संरक्षण के लिए चौकन्ना रहने को कहा है। पीटीआर के क्षेत्र निदेशक कुमार आशुतोष ने दावा किया कि भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई), देहरादून ने हाल में पीटीआर प्रबंधन को सूचना दी कि अभयारण्य में दो बाघों की मौजूदगी के सबूत हैं।

 बाघ के मल से लिए गए डीएनए के विश्लेषण के बाद यह पुष्टि की गई है। हम पिछले साल नवंबर से डब्ल्यूआईआई को बाघ के मल के नमूने भेजते रहे हैं। इस साल भेजे गए नमूने के विश्लेषण से अभयारण्य में दो बाघों और 10 तेंदुओं की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।’’ बहरहाल, उन्होंने कहा कि बाघ अभी तक कैमरे में नहीं देखे गए हैं और न ही किसी अधिकारी ने उन्हें अभी तक देखा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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