पटना विवि छात्र संघ चुनाव: प्रशांत किशोर की कुलपति से मुलाकात का विरोध

patna-university-students-attack-jdu-vice-president-prashant-kishor
[email protected] । Dec 4 2018 3:15PM

पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन, सोमवार की देर शाम को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की इस विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात का छात्र संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों ने विरोध किया है।

पटना। पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन, सोमवार की देर शाम को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर की इस विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात का छात्र संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों ने विरोध किया है। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति से प्रशांत किशोर ने कल देर शाम, उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सहित विभिन्न छात्र संगठनों ने जमकर विरोध किया और प्रशांत के काफिले में शामिल वाहनों पर पथराव किया। 

वहां मौजूद पुलिस ने एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। एबीवीपी के एक कार्यकर्ता रवि किरण को अभी भी हिरासत में रखे जाने के विरोध में मंगलवार को आयोजित धरने में शामिल भाजपा के स्थानीय विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने प्रशांत पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने और पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुलपति सहित इस चुनाव से जुडे़ सभी पदाधिकारियों पर अपने उम्मीदवार के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

से भी पढ़ें: जदयू में जान डालेंगे प्रशांत किशोर, युवा कार्यकर्ताओं के साथ की बैठक

एबीवीपी के इस धरना में शामिल भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा के स्थानीय विधायक नितिन नवीन ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से पांच दिसंबर को होने जा रहे पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के निष्पक्ष और पारदर्शी रहने तथा कानून तोड़ने को लेकर प्रशांत किशोर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। नवीन ने इस मामले को लेकर कल देर शाम एक प्रतिनिधिमंडल के साथ कुलाधिपति और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की थी।

बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि प्रशांत किशोर की मुलाकात का छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों द्वारा विरोध किया जा रहा है पर जदयू के साथ बिहार में सत्ता में शामिल भाजपा को यह तय करना है कि प्रदेश में प्रशांत किशोर की चलेगी या सरकार की चलेगी। वहीं जदयू के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने प्रशांत किशोर का बचाव करते हुए कहा कि वे छात्र संघ चुनाव से जुडे मामले को लेकर नहीं, बल्कि कुलपति से अनुमति लेकर उस विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित भूकंप प्रबंधन केंद्र को लेकर बातचीत करने गए थे।

इसे भी पढ़ें: प्रशांत किशोर के सर्वे में मोदी को 48% तो राहुल को मिला 11 फीसदी लोगों का साथ

सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने पर कुछ लोगों को बैचेनी है जिसकी दवा उनके पास नहीं है। वैसे भी, जदयू का जनाधार लगातार बढ़ने से कुछ लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़