नई संसद की तस्वीर तानाशाही का प्रतीक कहलाएगी, प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- राष्ट्रपति का अपमान देश याद करेगा
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि संसद के उद्घाटन में ना जाने से विपक्ष का नुकसान होगा जैसा ज्ञान देने वाले भूल रहे हैं कि इतिहास इसका साक्षी होगा।
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के विपक्ष के फैसले की सत्तारूढ़ भाजपा ने तीखी आलोचना की है। अब इसको लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा कि आगामी कार्यक्रम की तस्वीरें देश को अपमान की याद दिलाएंगी। राज्यसभा सदस्य चतुर्वेदी ने कहा कि समारोह की तस्वीरें, जिसमें कोई विपक्षी नेता नहीं है तानाशाही का प्रतीक कहा जाएगा। प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि संसद के उद्घाटन में ना जाने से विपक्ष का नुकसान होगा जैसा ज्ञान देने वाले भूल रहे हैं कि इतिहास इसका साक्षी होगा।
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प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब जब नयी संसद की तस्वीर देखी जाएगी और विपक्ष का कोई भी नेता उसमें नहीं दिखेगा, तब तब राष्ट्रपति का अपमान देश याद करेगा। बता दें कि कांग्रेस, वामपंथी और टीएमसी सहित उन्नीस विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के अपने फैसले की घोषणा की है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करते हैं तो उनकी पार्टी समारोह में शामिल नहीं होगी।
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उन्होंने हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि मुझे अब भी उम्मीद है कि इस देश का प्रधानमंत्री अपना उदार हृदय दिखाएगा, संविधान के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित करेगा। एक सच्चे संविधानवादी के रूप में, यदि वह हैं, तो उन्हें लोकसभा अध्यक्ष को नई संसद का उद्घाटन करने की अनुमति देनी चाहिए।
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