राहुल बताएं क्या कांग्रेस सिर्फ मुस्लिम पुरुषों की पार्टी हैः मोदी

PM Modi in Azamgarh: ''Rahul Gandhi should clarify whether Congress is a party of only Muslim men and not women''
[email protected] । Jul 14 2018 6:44PM

संसद का मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘तीन तलाक’ से संबंधित विधेयक के लंबित होने को लेकर आज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या यह पार्टी सिर्फ मुस्लिम पुरूषों की पार्टी है, महिलाओं की नहीं।

आजमगढ़। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘तीन तलाक’ से संबंधित विधेयक के लंबित होने को लेकर आज कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या यह पार्टी सिर्फ मुस्लिम पुरूषों की पार्टी है, महिलाओं की नहीं। मोदी ने यहां पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना का शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा में कहा, 'मैंने अखबार में पढ़ा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है। पिछले दो दिन से चर्चा चल रही है। मुझे आश्चर्य नहीं हो रहा है क्योंकि जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो स्वयं उन्होंने कह दिया था कि देश के प्राकृतिक संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार मुसलमानों का है।'

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं कांग्रेस अध्यक्ष से यह पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है... ये तो बताइये मुसलमानों की पार्टी भी क्या पुरूषों की है या महिलाओं की भी है। क्या मुस्लिम महिलाओं के गौरव के लिए जगह है... संसद में कानून लाने से रोकते हैं। संसद चलने नहीं देते हैं।’’ ‘तीन तलाक’ को लेकर विरोधी दलों को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लाखों करोड़ों मुस्लिम बहन बेटियों की हमेशा से मांग थी कि तीन तलाक बंद कराया जाए और दुनिया के इस्लामिक राष्ट्रों में भी तीन तलाक की प्रथा पर रोक लगी हुई है। उन्होंने कहा, 'इन सारे दलों की पोल तो तीन तलाक पर इनके रवैये ने भी खोल दी है। एक तरफ केन्द्र सरकार महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के लिए प्रयास कर रही है, वहीं ये सारे दल मिलकर महिलाओं और विशेषकर मुस्लिम बहन बेटियों के जीवन को और संकट में डालने का काम कर रहे हैं।’’

मोदी ने कहा कि वह इन परिवारवादी पार्टियों और मोदी को हटाने के लिए दिन रात एक करने वाली पार्टियों को कहना चाहते हैं कि संसद का सत्र शुरू होने में चार पांच दिन बाकी हैं। आप पीड़ित मुस्लिम महिलाओं से मिलकर आइये और फिर संसद में अपनी बात रखिये। उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी में ऐसे राजनीतिक दल जो 18वीं शताब्दी में गुजारा कर रहे हैं मोदी को हटाने के नारे दे सकते हैं लेकिन देश का भला नहीं कर सकते... जब भाजपा सरकार ने संसद में कानून लाकर मुस्लिम बहन बेटियों को अधिकार देने की कोशिश की तो उस पर भी रोड़े अटका रहे हैं। ये चाहते हैं कि तीन तलाक होता रहे और मुस्लिम बहन बेटियों का जीवन भी तबाह होता रहे।

मोदी ने कहा कि वह विश्वास दिलाते हैं कि इन दलों को समझाने की पूरी कोशिश करेंगे ताकि मुस्लिम बेटियों को तीन तलाक से होने वाली परेशानी से मुक्ति मिले। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे दलों और उनके नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है। अपने स्वार्थ में डूबे ये लोग सबका भला नहीं सोच सकते।’’ सपा-बसपा ​को आड़े हाथ लेते हुए मोदी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने बाबा साहेब आंबेडकर और राम मनोहर लोहिया के नाम पर सिर्फ राजनीति करने का काम किया है। मोदी ने कहा, 'दुर्भाग्य से समता और समानता की बातें करने वाले कुछ राजनीतिक दलों ने बाबा साहेब आंबेडकर और लोहिया के नाम पर सिर्फ राजनीति करने का काम किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहले की सरकारों की नीतियां ऐसी रहीं कि देश का ये हिस्सा यानी पूर्वी उत्तर प्रदेश हमेशा विकास की दौड़ में पीछे रहा जबकि मैं मानता हूं कि पूर्वी भारत में देश के विकास को कई गुना तेज करने की क्षमता है।’’ कांग्रेस को भी आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि इन दलों ने जनता और गरीब का भला नहीं बल्कि सिर्फ अपना और अपने परिवार के सदस्यों का भला किया है।’’ उन्होंने कहा कि इन दलों ने वोट गरीब और पिछड़ों से मांगे। उनके नाम पर सरकार बनाकर सिर्फ अपनी तिजोरियां भरीं, उनके लिए और कुछ नहीं किया। 'आजकल तो आप खुद देख रहे हैं कि जो कभी एक दूसरे को देखना नहीं चाहते थे, पसंद नहीं करते थे, वे अब एक साथ हैं।'

मोदी ने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए ये दल मिलकर और सभी पारिवारवादी पार्टियां मिलकर अब आपके (जनता के) विकास को रोकने पर तुली हैं। आपको सशक्त होने से रोकना चाहते हैं। उन्हें पता है कि अगर गरीब किसान दलित पिछड़े सशक्त हो गये तो उनकी दुकानें हमेशा के लिए बंद हो जाएंगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘जब जनहित और राष्ट्रहित सर्वोपरि रखा जाता है और गरीब की चिन्ता करते हुए उसके जीवन को सुगम बनाने का लक्ष्य तय होता है तो महत्वपूर्ण फैसले होते हैं वरना कागजों में योजनाएं और भाषणों में शिलान्यास होते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश अब उस कार्य संस्कृति से आगे बढ़ चुका है।’’ कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय भी मौजूद थे।

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