इन वजहों से चौंकाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लद्दाख दौरा

pm modi ladakh visit
निधि अविनाश । Jul 4 2020 6:39PM

नीमू क्षेत्र में ऑक्सीजन की काफी कमी है। यहां का मौसम हर दिन बदलता रहता है। बता दे कि लद्दाख पहुंचने के बाद आम आदमी को एक-दो दिनआराम करना पड़ता है ताकि सेहत खराब न हो। नीमू इलाके में स्थित इन जवानों को यहां आने से पहले सख्त ट्रेनिंग दी जाती हैताकि इनकी सेहत में कोई दिक्कत न आए।

चीन से सीमा पर तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेह पहुंचे और थलसेना, वायुसेना, आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीमू की फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे, जहां उनके साथ सीडीएस जनरल बिपिन रावत भी थे। नीमू पोस्ट समुद्री तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद है, जिसे दुनिया की सबसे ऊंची और खतरनाक पोस्ट में से एक माना जाता है। नीमू क्षेत्र में ऑक्सीजन की काफी कमी है। यहां का मौसम हर दिन बदलता रहता है। बता दे कि लद्दाख पहुंचने के बाद आम आदमी को एक-दो दिन आराम करना पड़ता है ताकि सेहत खराब न हो। नीमू इलाके में स्थित इन जवानों को यहां आने से पहले  सख्त ट्रेनिंग दी जाती है ताकि इनकी सेहत में कोई दिक्कत न आए। भारी ऑक्सीजन की कमी के बावजूद भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से सीधा लद्दाख के नीमू इलाके में अचानक पहुंचकर देशवासियों और जवानों को भी चौंका दिया। आइये जानते हैं कि पीएम मोदी का यह दौरा हर जगह से चौंकाने वाला क्यों था?

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बिना-रूके पीएम मोदी ने किया ये सबकुछ

लद्दाख पहुंचने के बाद 1-2 दिन का आराम करना बेहद जरूरी होता है लेकिन नीमू इलाके में पहुंचते ही पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान अस्पताल का दौरा और अग्रिम चौकी का भी दौरा किया। फिर उन्होंने  सैन्य कमांडरों के साथ बैठ कर जवानों से बातजीत की। उनके दिल्ली से लद्दाख पहुंचने और बिना रूके जवानों को संबोधित कर हर एक जगह का दौरा करना उनके स्वास्थ्य, योगाभ्यास और संकल्पशक्ति को दर्शाता है। इस बर्फीले रेगिस्तान में पहुंचते ही किसी भी स्वस्थ इंसान के लिए बिना रूके काम करना जिसमें आपकी शारीरिक उर्जा लग रही हो काफी खतरनाक साबित हो सकती है।

लद्दाख में जवानों को दी जाती है सख्त ट्रैंनिग

लद्दाख में सेवारत कर्नल रैंक के एक अधिकारी के मुताबिक इस इलाके में सेना को तैनात करने से पहले काफी सख्त ट्रैंनिग दी जाती है। सेना के अधिकारी को यहां के मौसम के अनुकुल बनाया जाता है। इलाके में तैनात करने से पहले सेना को दो-तीन दिनों का आराम दिया जाता है। फिर धीरे-धीरे इन सेना को काम सौंपा जाता है। इनकी ट्रैंनिग इतनी सख्त इसलिए होती है ताकि ये मौसम की मार को झेलने लायक हो जाए। ऐसे में पीएम मोदी का अचानक इस इलाके में पहुंचकर सीधा काम पर लग जाना उनकी अच्छी सेहत को दर्शाता है। उनके इस दौरे से ये पता चलता है कि वह सेना के प्रति कितने आदारभाव है। बिना अपने स्वास्थय की परवाह किए सेना का हौसला अफजाई करना देश के प्रधानमंत्री होना दर्शाता है।  लेह में होटल संचालक वसीम अब्दुल्ला के मुताबिक पीएम मोदी का अचानक लद्दाख पहुंचना और बिना कोई आराम किए हर एक चीज का दौरा करना काफी चौंकाता है। क्योंकि एक आम आदमी भी कितना भी स्वस्थ हो 1-2 दिन का आराम करना ही पड़ता है ताकि सेहत खराब न हो लेकिन पीएम मोदी ने अचानाक आकर बिना रूके काम किया जो की काफी हैरतअंगेज है।

 पीएम मोदी का फिट रहने का संदेश

पीएम मोदी के ऐसे इलाके मे ंजाकर देशवासियों को फिट रहने का संदेश दिया है। कोई भी देश का पीएम अगर ऐसे इलाके में जाता है तो वह पहले अपने स्वास्थ को प्राथमिकता देगा लेकिन पीएम मोदी ने ऐसे अचानक आकर जवानों से मुलाकात कर सेहत का अच्छा परिचय दिया है।

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