ज्ञान से ज्यादा अनुभव की होती है ताकत, PM मोदी बोले- अनुभवी साथियों की खलती है कमी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अनुभव से जो प्राप्त हुआ होता है उसमें समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं। अनुभव का मिश्रण होने के कारण गलतियां कम से कम होती हैं। अनुभव का अपना एक महत्व होता है। जब ऐसे अनुभवी साथी सदन से जाते हैं तो बहुत बड़ी कमी सदन को, राष्ट्र को होती है।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा के सांसदों के विदाई भाषण में कहा कि कभी-कभी ज्ञान से ज्यादा अनुभव में ताकत होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अनुभव से जो प्राप्त हुआ होता है उसमें समस्याओं के समाधान के लिए सरल उपाय होते हैं। अनुभव का मिश्रण होने के कारण गलतियां कम से कम होती हैं। अनुभव का अपना एक महत्व होता है। जब ऐसे अनुभवी साथी सदन से जाते हैं तो बहुत बड़ी कमी सदन को, राष्ट्र को होती है।
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उन्होंने कहा कि आज जो साथी विदाई लेने वाले हैं, उनसे हम सब जो भी सीखे हैं। आज हम भी संकल्प करें कि उसमें से जो भी उत्तम और सर्वश्रेष्ठ हैं, उसको आगे बढ़ाने में इस सदन की पवित्र जगह का हम जरुर उपयोग करेंगे। जो देश की समृद्धि में काम आएगा। उन्होंने कहा कि एक लंबा समय इस चार दीवारों के पीछे हम बिताते हैं। हिंदुस्तान की हर कोने की भावना का प्रतिबिंब, अभिव्यक्ति, वेदना, उमंग सबकुछ का प्रवाह बहता रहता है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये आजादी का अमृत महोत्सव है। हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया, अब देने की जिम्मेदारी हमारी है। अब आप खुले मन से एक बड़े मंच पर जाकर आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व को माध्यम बनाकर प्रेरित करने में योगदान कर सकते हैं।
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