24 अप्रैल को कश्मीर दौरे पर पंडितों से मुलाकात कर सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

kashmiri pandit

आम कश्मीरी अमन-चैन चाहता है। इस समय हिंदुओं के लिए नवरात्रि चल रहे हैं और मुस्लिमों के लिए रमजान। दोनों ही समुदाय मिल-जुलकर अपने-अपने पर्वों को मना रहे हैं। कश्मीरी हिंदुओं ने तो इस बार श्रीनगर में नवरेह पर्व को धूमधाम से मनाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महीने के अंत में होने वाले जम्मू-कश्मीर के दौरे से पहले घाटी के हालात बिगाड़ने की जो कोशिशें की जा रही हैं उसका सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी से जवाब दे रहे हैं लेकिन कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी के बन रहे माहौल के खिलाफ रची जा रही साजिशों को भी तेजी से नाकामयाब करना होगा। उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में तीन हमले किए जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया और बिहार के दो कामगारों एवं एक कश्मीरी पंडित बाल कृष्णन ऊर्फ सोनू सहित चार लोग घायल हो गए। कश्मीर में वापसी के लिए तैयार दिख रहे कश्मीरी पंडितों के मन में फिर से भय बैठाने और पर्यटकों से गुलजार जम्मू-कश्मीर की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को एक बार फिर पटरी से उतारने के प्रयास में अराजक तत्व लग गये हैं।

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लेकिन आम कश्मीरी अमन-चैन चाहता है। इस समय हिंदुओं के लिए नवरात्रि चल रहे हैं और मुस्लिमों के लिए रमजान। दोनों ही समुदाय मिल-जुलकर अपने-अपने पर्वों को मना रहे हैं। कश्मीरी हिंदुओं ने तो इस बार श्रीनगर में नवरेह पर्व को धूमधाम से मनाया। हम आपको बता दें कि नववर्ष को कश्मीरी पंडित नवरेह के रूप में धूमधाम से मनाते हैं। इस साल कोरोना के हालात काबू में थे इसलिए शीतल नाथ समेत घाटी के सभी मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित किये गये और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इसमें हिस्सा लिया। घाटी के मंदिरों में नवरात्रि में पूजा-पाठ और हवन इत्यादि किये जा रहे हैं। प्रभासाक्षी संवाददाता ने कश्मीरी पंडितों से खास बातचीत में जाना कि वह कैसे अपने पर्व को मना रहे हैं। इस बातचीत में सभी ने कहा कि वह चाहते हैं कि घाटी में सभी समुदायों के लोग आपसी सद्भाव के साथ रहें।

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दूसरी ओर, फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने पूरे देश में कश्मीरी हिंदुओं के लिए जो समर्थन पैदा किया है उसको देखते हुए माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दौरे के दौरान कश्मीरी पंडितों से मुलाकात कर सकते हैं। हम आपको बता दें कि अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद केंद्रशासित प्रदेश की प्रधानमंत्री मोदी पहली यात्रा पर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर सांबा में स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री और कश्मीरी पंडित समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच बैठक होने की संभावना भी है ताकि वह लोग अपनी समस्याओं से प्रधानमंत्री को सीधे अवगत करा सकें।

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