हर साल प्रदूषण दुर्भाग्यपूर्ण, फिर भी सदन से नहीं उठती कोई आवाज: तिवारी
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि जब दिल्ली में हर साल प्रदूषण का मुद्दा सामने आता है, तो ऐसा क्यों है कि इस पर सरकार और इस सदन से कोई आवाज नहीं उठती है?
नई दिल्ली। लोकसभा में वायु प्रदूषण पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि दिल्ली की आबोहवा इतनी ज्यादा खराब है कि हमें जहरीली गैस में सांस लेना पड़ता है। इसे दलगत सियासत से ऊपर उठकर देखना होगा। उन्होंने आगे कहा कि दुनिया के 15 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में 14 शहर तो भारत के हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की वजह से हिमालय पर मौजूद ग्लेशियर खत्म हो रहे हैं। हिमनदियों का स्तर साल दर साल घट रहा है।
तिवारी ने कहा कि जब दिल्ली में हर साल प्रदूषण का मुद्दा सामने आता है, तो ऐसा क्यों है कि इस पर सरकार और इस सदन से कोई आवाज नहीं उठती है? लोगों को इस मुद्दे पर हर साल सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे खटखटाने की जरूरत क्यों है? यह गंभीर चिंता का विषय है। मनीष तिवारी ने आगे कहा कि अगर बीजिंग की हवा साफ हो सकती है तो क्या हमारे यहां की नहीं हो सकती है क्या ? ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे यहां की हवा खराब है। जबकि केंद्र सरकार और संसद यहीं है।
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तिवारी ने आगे दिल्ली में प्रदूषण फैसले की वजहों को बताया। उन्होंने आगे कहा कि अगर आप सारे प्रदूषण का गुनहगार किसानों को बनाते हैं तो आप न तो किसानों के साथ हैं न ही भारत के साथ... इसी के साथ उन्होंने स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र किया।
Manish Tewari, Congress in Lok Sabha: When the pollution issue occurs every year in Delhi then why is it that no voice is raised from govt & this House over this? Why do people need to knock the doors of the Supreme Court every yr over this issue? It is a matter of grave concern. pic.twitter.com/IlvHkccX0P
— ANI (@ANI) November 19, 2019
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