कोरोना मरीजों को दी गई च्यवनप्राश खाने की सलाह, जानिए स्वास्थ्य मंत्रालय का ये खास प्रोटोकॉल
नए प्रोटोकॉल के मुताबिक, कोरोना से ठीक हो जाने वाले मरीजो को नियमों का पालन भी करना चाहिए जिसमें मास्क पहनना, हाथ की सफाई और सामाजिक दूरियां का पालन करना शामिल है। इसके अलावा कोरोना से ठीक हुए मरीजों को गर्म पानी और पानी या दूध के साथ सुबह में एक चम्मच चवन्प्रैश का सेवन करने की सलाह देते है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी किए गए एक ताजा प्रोटोकॉल के अनुसार, कोविड -19 से उबरने वाले मरीजों को थकान, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं। प्रोटोकॉल के मुताबिक, रिकवरी की अवधि उन रोगियों में लंबे समय तक रहने की संभावना है जो अधिक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और जो पहले ही गंभीर बिमारियों से ग्रसित है।
#IndiaFightsCorona
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 13, 2020
Health Ministry issues Post #COVID19 Management Protocol.
A holistic approach is required for follow up care and well-being of all post-
COVID recovering patients.
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मरीजों को अपने स्वास्थ्य में आने वाले शुरूआती लक्ष्ण जैसे ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट या सीने में दर्द जैसे चेतावानियों को गंभीर रूप में लेना चाहिए। साथ ही ठीक होने के बाद डॉक्टर मरीजों को शारीरिक व्यायाम और इम्युनिटी बढ़ाने वाली दवाओं का सेवन करने की भी सलाह देते है।
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नए प्रोटोकॉल के मुताबिक, कोरोना से ठीक हो जाने वाले मरीजो को नियमों का पालन भी करना चाहिए जिसमें मास्क पहनना, हाथ की सफाई और सामाजिक दूरियां का पालन करना शामिल है। इसके अलावा कोरोना से ठीक हुए मरीजों को गर्म पानी और पानी या दूध के साथ सुबह में एक चम्मच चवन्प्रैश का सेवन करने की सलाह देते है।कोविड -19 लक्षणों को कम करने के लिए दवाओं को भी जारी रखा जाना चाहिए, वहीं मरीजों को अपने ऑक्सीजन के स्तर, तापमान, रक्तचाप और मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर भी टाइम पर चेक करना चाहिए।
अगर आपको लगातार खांसी आ रही हो तो जड़ी-बूटियों का उपयोग करके खारा पानी और स्टीम से साँस लेने के साथ-साथ गरारे करने की भी सलाह डॉक्टर देते है। बता दें कि जिनको सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ बुखार हो उनको डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा स्टीम करने की सलाह दी है।
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