Coronavirus Variant Omicron | कोरोना के नये वेरिएंट 'ओमीक्रोन' को लेकर क्या है भारत सरकार की तैयारी, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

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रेनू तिवारी । Nov 29 2021 4:09PM

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के नये ओमीक्रोन स्वरूप के स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं जो इसे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता है और इसलिए इसके खिलाफ टीकों की प्रभावशीलता का मूल्याकंन गंभीरता से करने की जरूरत है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के नये ओमीक्रोन स्वरूप के स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं जो इसे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता है और इसलिए इसके खिलाफ टीकों की प्रभावशीलता का मूल्याकंन गंभीरता से करने की जरूरत है। कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक संभाव्य स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के विभिन्न देशों में फैलने से चिंता बढ़ने के बीच केंद्र ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली की समीक्षा करने का फैसला किया तथा राज्यों को जांच-निगरानी उपायों एवं स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए कुछ निर्देश जारी किये।  सरकार ने कोरोना वायरस के एक नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने मद्देनजर वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के निर्णय और आने वाले यात्रियों, खासकर ‘जोखिम’ श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले लोगों की जांच और निगरानी करने संबंधी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की समीक्षा करने का रविवार को फैसला किया। 

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केंद्र करेगा उड़ान बहाली की समीक्षा

कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक संभाव्य स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के विभिन्न देशों में फैलने से चिंता बढ़ने के बीच केंद्र ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली की समीक्षा करने का फैसला किया तथा राज्यों को जांच-निगरानी उपायों एवं स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए कुछ निर्देश जारी किये। आसन्न खतरे के मद्देनजर राज्य पाबंदियों को फिर सख्त करने लगे हैं और उन्होंने विदेश खासकर ‘जोखिम’ श्रेणी वाले देशों से आने वाले लोगों का पता लगाना शुरू कर दिया है।

 

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कई राज्यों ने फिर उड़ानों पर पाबंदियां लगानी शुरू की 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रभावित देशों से उड़ानों को अनुमति नहीं देने की मांग की है। दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को इस नये वैरिएंट के मिलने की खबर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दी गयी थी। भारत में इस वैरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमित दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों में वायरस का डेल्टा स्वरूप मिला है। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने रविवार यह जानकारी दी। केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से सघन निषिद्धिकरण, सक्रिय निगरानी, जांच बढ़ाने, हॉटस्पॉट की निगरानी करने, टीकाकरण का कवरेज बढ़ाने और स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि करने को कहा है।

क्या लगाई जाएंगी भारत में भी पाबंदियां ?

अप्रैल-मई में डेल्टा वैरिएंट के चलते भयावह दूसरी लहर को झेल चुके भारत के सामने ओमीक्रोन की चुनौती है। भारत ने स्थिति में सुधार के बाद काफी हद तक पाबंदियों में ढील दी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी किये गये आंकड़े के अनुसार देश में आज 8,774 नये मामले आये तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,05,691रह गयी जो 543 दिनों में सबसे कम हैं। बीस महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा। लेकिन रविवार को सरकार ने कहा कि वह उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार, वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा करेगी। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा,‘‘सरकार आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों-खासकर जोखिम श्रेणी में रखे गए देशों से आने वालों की जांच और निगरानी से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा करेगी।’’ आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई एक अत्यावश्क बैठक में यह बात कही गयी। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के नए चिंताजनक स्वरूप ओमीक्रोन के चलते की गई उच्चस्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद हुई। सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि वायरस के स्वरूपों की जीनोमिक निगरानी को और मजबूत किया जाएगा तथा हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच प्रोटोकॉल की सख्त निगरानी के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा।

  

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों की हालत खराब कर चुका है कोरोना वायरस का नये ओमीक्रोन स्वरूप 

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार, वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवा को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा की जाएगी।’’ जोखिम की श्रेणी वाले देशों में दक्षिण अफ्रीका, चीन, बोत्सवाना तथा ब्रिटेन, ब्राजील, इजरायल, बांग्लादेश, मॉरीसश, न्यूजीलैंड, जिम्बाव्बे, सिंगापुर एवं हांगकांग हैं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा पालन किए जाने वाले कई उपायों को सूचीबद्ध करते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कठोर निगरानी पर जोर दिया। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नमूनों का शीघ्र भेजा जाना सुनिश्चित करना और इस चिंता के स्वरूप को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार को सख्ती से लागू करने को भी कहा है। उन्होंने 27 नवंबर को लिखे गए एक पत्र में कहा कि सक्रियता से कदम उठाते हुए, सरकार ने पहले ही उन देशों को ‘जोखिम की’ श्रेणी में रखा है, जहां यह चिंता का स्वरूप पाया गया है ताकि इन गंतव्यों से भारत में आने वाले अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए बाद में अतिरिक्त कदम उठाए जा सकें। भूषण ने कहा, “संभावित खतरा जो यह स्वरूप राष्ट्र के लिए पैदा कर सकता है, उसे देखते हुए यह जरूरी है कि गहन नियंत्रण, सक्रिय निगरानी, टीकाकरण की बढ़ी हुई कवरेज और कोविड-उपयुक्त व्यवहार को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए धरातल पर इन्हें बहुत सक्रिय तरीके से लागू किया जाना चाहिए।

ओमीक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में ज्यादा परिवर्तन, टीकों से बचने में हो सकता है सक्षम: एम्स प्रमुख

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के नये ओमीक्रोन स्वरूप के स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं जो इसे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता है और इसलिए इसके खिलाफ टीकों की प्रभावशीलता का मूल्याकंन गंभीरता से करने की जरूरत है। स्पाइक प्रोटीन की उपस्थिति पोषक कोशिका में वायरस के प्रवेश को आसान बनाती है और इसे फैलने देने और संक्रमण पैदा करने के लिए जिम्मेदार है। एम्स के निदेशक डॉ गुलेरिया ने पीटीआई-को बताया, “कोरोना वायरस के नए स्वरूप में स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में कथित तौर पर 30 से अधिक उत्परिवर्तन हुए हैं और इसलिए इसके प्रतिरक्षा तंत्र से बच निकलने की क्षमता विकसित करने की संभावना है। अधिकांश टीके स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी बनाकर काम करते हैं, इसलिए स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में इतने सारे परिवर्तन से कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता कम हो सकती है।” उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में, भारत में प्रयुक्त होने सहित अन्य टीकों की प्रभावशीलता का गंभीर मूल्यांकन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भविष्य की कार्रवाई इस बात पर निर्भर करेगी कि इसके प्रसार, तीव्रता और प्रतिरक्षण क्षमता से बच निकलने के सामर्थ्य पर अधिक जानकारी में क्या सामने आता है। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्टिया इनसाकोग कोरोना वायरस के नए स्वरूप बी.1.1.1.529 पर बारीकी से नज़र रख रहा है और देश में इसकी उपस्थिति का अभी तक पता नहीं चला है। डॉ गुलेरिया ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और उस क्षेत्र में जहां मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है, दोनों के लिए बहुत सतर्क रहने और आक्रामक निगरानी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “साथ ही, हमें सभी से इमानदारी से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के लिए कहना चाहिए और अपनी सुरक्षा को कम नहीं करना चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होगा कि लोगों को टीके की दोनों खुराकें मिलें और जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है, उन्हें इसे लेने के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।” नया, और संभावित रूप से अधिक संक्रामक स्वरूप, पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को सूचित किया गया था। तब से अन्य देशों के साथ ही बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग और इज़राइल में इसके मामले मिले हैं।

सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के फैसले, यात्रियों की जांच संबंधी एसओपी की समीक्षा करेगी

सरकार ने कोरोना वायरस के एक नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के सामने आने मद्देनजर वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के निर्णय और आने वाले यात्रियों, खासकर ‘जोखिम’ श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले लोगों की जांच और निगरानी करने संबंधी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की समीक्षा करने का रविवार को फैसला किया। आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई एक अत्यावश्क बैठक में इस बारे में निर्णय लिए गए और इसमें विभिन्न हितधारक शरीक हुए। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के नए चिंताजनक स्वरूप ओमीक्रोन के चलते की गई उच्चस्तरीय समीक्षा के एक दिन बाद हुई। बीस महीने से अधिक समय के लंबे अंतराल के बाद, सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा। 

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में ‘ओमीक्रोन’ के मद्देनजर समग्र वैश्विक स्थिति की व्यापक समीक्षा की गई और विभिन्न निवारक उपायों तथा इन्हें और मजबूत करने पर चर्चा की गई। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार, वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा करेगी। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, सरकार आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों-खासकर जोखिम श्रेणी में रखे गए देशों से आने वालों की जांच और निगरानी से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा करेगी।’’ 

सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि वायरस के स्वरूपों की जीनोमिक निगरानी को और मजबूत किया जाएगा तथा हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच प्रोटोकॉल की सख्त निगरानी के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा, उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार, वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवा को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश के भीतर महामारी की उभरती स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाएगी। बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन, स्वास्थ्य-नागरिक उड्डयन और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न विशेषज्ञ शामिल हुए।

ठाणे के वृद्धाश्रम में 62 बुजुर्ग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले

महाराष्ट्र में ठाणे जिले के एक वृद्धाश्रम में रह रहे 62 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को बताया कि इन सभी को यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष रेंगे ने पीटीआई-को बताया कि भिवंडी तालुका के खड़ावली में स्थित ‘मातोश्री’ वृद्धाश्रम में रहने वाले कुछ लोगों की तबियत खराब होने की सूचना मिलने के बाद 109 लोगों की चिकित्सकों की टीम मे जांच की थी। उन्होंने बताया कि उनमें से 61 लोगों की जांच के नतीजे पॉजिटिव आए। उन्होंने बताया कि एक बुजुर्ग केसंक्रमित होन की शुक्रवार को पुष्टि हुई थी। अधिकारी ने बताया कि 60 वर्ष से ऊपर के सभी 62 बुजुर्गों को इलाज के लिए ठाणे सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इन बुजुर्गों के पांच रिश्तेदार भी कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाए गए और उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन इन लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रख रहा है और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठा रहा है।

ओमीक्रोन: जापान ने विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की

जापान ने सोमवार को घोषणा की कि वह कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर दुनियाभर से आने वाले सभी विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएगा। देश के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने कहा कि यह घोषणा मंगलवार से प्रभावी होगी। इस घोषणा का अर्थ है कि जापान अपनी सीमा पर लोगों के आवागमन पर नियंत्रण को बहाल करेगा, जिसमें कम अवधि के लिए आने वाले कारोबारी यात्रियों, विदेशी छात्रों और कर्मियों के लिए इस महीने की शुरुआत में ढील दी गई थी। जापान ने सप्ताहांत में दक्षिण अफ्रीका और आठ अन्य देशों से आने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध कड़े कर दिये थे, जिसके तहत इन देशों के यात्रियों को सरकार द्वारा चिह्नित केंद्रों में 10 दिन पृथक-वास में रहना होगा। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खतरे के मद्देनजर कई देशों ने सीमा पर प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं।

कोरोना के नये वैरिएंट के खतरे के बीच भारत ए का सामना दक्षिण अफ्रीका ए से

कोरोना वायरस के नये वैरिएंट के खतरे के बीच भारत ए टीम मंगलवार से शुरू हो रहे दूसरे अनधिकृत टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से खेलेगी तो सीनियर टीम में जगह बनाने की कोशिश में जुटे खिलाड़ी अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ना चाहेंगे। पहला चार दिवसीय टेस्ट पिछले सप्ताह खराब मौसम के कारण ड्रॉ रहा। इस बीच कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन के कारण कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी वजह से नीदरलैंड ने जोहानिसबर्ग में होने वाले आखिरी दो वनडे नहीं खेलने का फैसला किया। भारत ए टीम हालांकि यहां बायो बबल में रूकी है। मैच दर्शकों के बिना खेले जा रहे हैं और भारत की सीनियर टीमभी नौ दिसंबर को यहां सात सप्ताह के दौरे पर आ रही है। हालात बिगड़ने पर हालांकि दौरा रद्द हो सकता है जिसमें तीन टेस्ट, तीन वनडे और चार टी20 मैच खेले जाने हैं। भारत ए के खिलाड़ियों को हालांकि महामारी के बारे में सोचने की बजाय पूरा फोकस क्रिकेट पर रखना होगा। पहले मैच में बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और अभिमन्यु ईश्वरन ने शतक जमाया जबकि कप्तान प्रियांक पांचाल ने 96 रन बनाये जिसकी मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका के 509 (पारी घोषित) के जवाब में चार विकेट पर 308 रन बनाये। आखिरी दिन बारिश के कारण मैच नहीं हो सका। सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव ने 48 रन बनाये और वह एक बार फिर अच्छी पारी खेलना चाहेंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में नहीं चुने गए हनुमा विहारी 25 रन ही बना सके और अब लय हासिल करना चाहेंगे।

भारत की गेंदबाजी चिंता का सबब है क्योंकि मेजबान टीम ने रनों का अंबार लगा दिया था। नवदीप सैनी और अर्जन नागवासवाला को दो दो विकेट मिले जबकि उमरान मलिक एक ही विकेट ले सके। स्पिनरों में राहुल चाहर ने 125 रन देकर एक विकेट लिया लेकिन के गौतम और बाबा अपराजित नाकाम रहे। मेजबान के लिये पीटर मलान (163) और टोनी डे जोर्जी (117) ने शतक जमाये जबकि जे स्मिथ, एस केशिले और जॉर्ज लिंडे ने अर्धशतक बनाये। गेंदबाजी में कोई खास प्रभावित नहीं कर सका। टीमें : भारत ए : प्रियांक पांचाल (कप्तान), पृथ्वी साव, हनुमा विहारी, अर्जन नागवासवाला, देवदत्त पडीक्कल, सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन, नवदीप सैनी, के गौतम, बाबा अपराजित, राहुल चाहर, ईशान पोरेल, सौरभ कुमार, उमरान मलिक, उपेंद्र यादव। दक्षिण अफ्रीका ए : पीटर मालन (कप्तान) डोमिनिक हेंडरिक्स, रेनार्ड वान टोंडेर, जैसन स्मिथ, टोनी डे जोर्जी, सारेल एरवी, सेनुरान मुथुस्वाम, जॉर्ज लिंडे, मार्को जांसेन, मिगाएल प्रिटोरियस, सिनेथेम्बा केशिले, बूरान हेंडरिक्स, लुथो सिपामाला, ग्लेनटोंन एस। मैच का समय : 1 . 30 से।

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