राम की नगरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कहा- राम के बिना अयोध्या, अयोध्या है ही नहीं

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में हैं। आज राष्ट्रपति ट्रेन से अयोध्या पहुंचे थें। अयोध्या में राम कथा पार्क के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आप सब के बीच अयोध्या में इस रामकथा पार्क में आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। हम सब रामकथा के महत्व के बारे में जानते हैं। यह कहा जा सकता है कि भारतीय जीवन मूल्यों के आर्दश और उपदेश रामायण में समाहित है।
कोविंद ने आगे कहा कि राम के बिना अयोध्या, अयोध्या है ही नहीं। अयोध्या तो वहीं है जहां राम है। इस नगरी में प्रभु राम हमेशा के लिए विराजमान है इसलिए यह स्थान सही अर्थों में अयोध्या है। अयोध्या का शाब्दिक अर्थ है कि जिसके साथ युद्ध करना असंभव हो। अयोध्या का शाब्दिक अर्थ है, ‘जिसके साथ युद्ध करना असंभव हो’। रघु, दिलीप, अज, दशरथ और राम जैसे रघुवंशी राजाओं के पराक्रम व शक्ति के कारण उनकी राजधानी को अपराजेय माना जाता था। इसलिए इस नगरी का ‘अयोध्या’ नाम सर्वदा सार्थक रहेगा।LIVE: अयोध्या में रामायण कॉनक्लेव के उद्घाटन एवं पर्यटन तथा संस्कृति विभाग की योजनाओं के लोकार्पण / शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर राष्ट्रपति कोविन्द का सम्बोधन https://t.co/Sdr4SLzaDo
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 29, 2021
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राष्ट्रपति ने आगे कहा कि रामायण में दर्शन के साथ-साथ आदर्श आचार संहिता भी उपलब्ध है जो जीवन के प्रत्येक पक्ष में हमारा मार्गदर्शन करती है। संतान का माता-पिता के साथ, भाई का भाई के साथ, पति का पत्नी के साथ, गुरु का शिष्य के साथ, मित्र का मित्र के साथ, शासक का जनता के साथ और मानव का प्रकृति व पशु-पक्षियों के साथ कैसा आचरण होना चाहिए, इन सभी आयामों पर, रामायण में उपलब्ध आचार संहिता, हमें सही मार्ग पर ले जाती है।
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