छात्रों को निकालने के मसले पर सोशल मीडिया पर प्रियंका चतुर्वेदी और पोलैंड के राजदूत में भिड़ंत, जानें क्या है पूरा मामला

पोलैंड के रास्ते भारतीयों को यूक्रेन से निकालकर स्वदेश लाया जा रहा है। कई छात्रों के बंकर में फंसे होने और मदद की अपील वाली तस्वीर और वीडियो भी सामने आ रही है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर पोलैंड में कई भारतीय छात्रों को एंट्री न दिए जाने की बात कही है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से ऑपरेसन गंगा चलाया जा रहा है। लेकिन इन सब के बीच एक भारतीय छात्र के खारकीव से मौत की खबर भी सामने आ रही है। इन सब के बीच स्लोवाक गणतंत्र, रोमानिया और पोलैंड के रास्ते भारतीयों को यूक्रेन से निकालकर स्वदेश लाया जा रहा है। कई छात्रों के बंकर में फंसे होने और मदद की अपील वाली तस्वीर और वीडियो भी सामने आ रही है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर पोलैंड में कई भारतीय छात्रों को एंट्री न दिए जाने की बात कही है। महिला सांसद की बात को पोलैंड के राजदूत ने फेक न्यूज करार दे दिया। इस पर प्रियंका चतुर्वेदी भड़क गईं। देखते ही देखते दोनों के बीच मामला कहासुनी में तब्दिल हो गया।
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बता दें कि यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां रह रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए पोलैंड की तरफ जा रहे हैं। इसमें भारतीय भी शामिल हैं। इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि भारतीय नागरिकों को पोलैंड की सीमा में घुसने से रोका जा रहा है। शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मामले को लेकर ट्वीट किया और पोलैंड में भारतीय एंबेसी को टैग कर के लिखा कि पोलैंड में भारतीय छात्रों को एंट्री नहीं मिल रही है। इसके साथ ही चतुर्वेदी ने लिखा कि कुछ जिन्हें कल अनुमति दी गई थी, उन्हें भी वापस भेज दिया गया है। घर वापस आए उनके माता-पिता दहशत की स्थिति में हैं। हस्तक्षेप का आग्रह करें।
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प्रियंका के ट्वीट पर भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोवस्की ने जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि महोदया, यह बिल्कुल सच नहीं है। पोलिश सरकार ने यूक्रेन के साथ सीमा से किसी को भी प्रवेश करने से मना नहीं किया। कृपया अपने स्रोतों की जाँच करें। इसके साथ ही पोलैंड के राजदूत ने फेक न्यूज न फैलाने की अपील भी कर दी।
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पोलैंड के राजूद के फेक न्यूज फैलाने के आरोपों पर प्रियंका चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए कहा कि सर पूरे सम्मान के साथ कह रही हूं कि आप जो कह रहे हैं, वैसा स्टूडेंट्स नहीं कह रहे हैं। यह दुर्भाग्य है कि आपने इसे फेक न्यूज बताया है लेकिन मुझे वहां फंसे हुए लोगों के नंबर और उनके नाम साझा करते हुए खुशी होगी। और मैं तारीफ करूंगी कि फेक न्यूज का हल्ला मचाने से पहले मामले की तह तक जाने का बुनियादी शिष्टाचार दिखाया जाता। धन्यवाद।'इस पर पोलैंड के राजदूत भी चुप नहीं रहे। एक-एक घंटे के अंतराल पर दोनों के बीच कई बार संवाद हुआ।
Hi @IndiainPoland , lots of Indian students have been denied entry into Poland, some who were allowed yesterday have also been sent back. Their parents back home are in a state of panic. Urge your intervention @opganga @MEAIndia
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) February 28, 2022
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