Prabhasakshi NewsRoom: Babri Masjid का बदला लेना चाहते थे, पाक के लिए कर रहे थे जासूसीः Yogi की UP ATS ने धर दबोचा

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तुफैल ने वाराणसी के अन्य स्थानीय लोगों को भी इन व्हाट्सएप समूहों के लिंक भेजे थे और वह 600 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों के साथ संपर्क में था। वह पाकिस्तान के फैसलाबाद की निवासी नफीसा नामक एक महिला के भी संपर्क में था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में कार्यरत है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने देश के उन दुश्मनों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है जो हिंदुस्तानी धरती पर रहते हुए पाकिस्तान के लिए काम कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) एक अभियान चला कर पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे लोगों की धरपकड़ कर रही है। इस कड़ी में कुछ महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हुई हैं जिनमें वाराणसी का एक 45 वर्षीय निवासी तुफैल आलम प्रमुख है। उसको पाकिस्तान प्रायोजित नेटवर्क के लिए जासूसी करने और भारत की संप्रभुता व आंतरिक सुरक्षा को अस्थिर करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी तुफैल आलम को आदमपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। एटीएस अधिकारियों के अनुसार तुफैल ने पाकिस्तान समर्थित संगठन द्वारा संचालित कई व्हाट्सएप ग्रुपों में शामिल होकर भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी संपर्कों के साथ साझा की। अधिकारियों ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ कि तुफैल कई पाकिस्तानी नागरिकों, जिनमें प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के सदस्य भी शामिल हैं, के संपर्क में था।

वह अक्सर भड़काऊ सामग्री साझा करता था, जिसमें मौलाना साद रिज़वी के वीडियो और ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’, बाबरी मस्जिद का बदला और भारत में शरीयत क़ानून लागू करने से संबंधित संदेश शामिल थे। उसने राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला और निज़ामुद्दीन दरगाह जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की तस्वीरें और विवरण भी पाकिस्तानी नंबरों के साथ साझा किए। बताया जा रहा है कि तुफैल ने वाराणसी के अन्य स्थानीय लोगों को भी इन व्हाट्सएप समूहों के लिंक भेजे थे और वह 600 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों के साथ संपर्क में था। वह पाकिस्तान के फैसलाबाद की निवासी नफीसा नामक एक महिला के भी संपर्क में था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में कार्यरत है। अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ स्थित एटीएस थाने में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 148 और 152 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और तुफैल को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया है कि तुफैल अत्यंत कट्टरपंथी प्रतीत होता है, क्योंकि वह पाकिस्तान आधारित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिज़वी के वीडियो और बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने से संबंधित सामग्री साझा करता था।

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इसके अलावा उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा से हारून नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। इस संदर्भ में एटीएस अधिकारियों ने एक प्रेस नोट साझा करते हुए बताया कि गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मोहम्मद हारून (45) निवासी सीलमपुर, दिल्ली के रूप में हुई है। वह पाकिस्तान उच्चायोग नई दिल्ली में कूटनीतिक आड़ में कार्यरत पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट 'मुज़म्मिल हुसैन' के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। हम आपको बता दें कि मुज़म्मिल हुसैन को बुधवार को "persona non grata" घोषित कर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था। एक वरिष्ठ एटीएस अधिकारी ने बताया कि मोहम्मद हारून जो कबाड़ के कारोबार में शामिल था, वह पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए वीज़ा प्राप्त करने की कोशिश के दौरान मुज़म्मिल हुसैन के संपर्क में आया था। इसके बाद वह मुज़म्मिल का एजेंट बन गया और पैसे के बदले वीज़ा प्रक्रिया में मदद के लिए उसे ग्राहक उपलब्ध कराने लगा। उन्होंने कहा कि बाद में हारून मुज़म्मिल हुसैन के निर्देश पर उसी पैसे को विभिन्न लोगों को ट्रांसफर भी करता था। वह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी सीधे साझा करता था।

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