महरौली में रेस्तरां व पब से लोगों को हो रही परेशानी को लेकर अदालत में जनहित याचिका दायर

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अदालत ने याचिकाकर्ता की शिकायत के मद्देनजर निगम से आसपास के क्षेत्र में बहु-स्तरीय पार्किंग पर विचार करने को कहा। वकील अरुण पंवार ने दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व किया।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को महरौली के एक निवासी की उस जनहित याचिका पर सुनवाई की जिसे रेस्तरां और पब की बढ़ती संख्या की वजह से यातायात और ध्वनि प्रदूषण के कारण क्षेत्र के स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी को लेकर दायर की गई है।

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन की अध्यक्षता वाली पीठ ने संकेत दिया कि वह संबंधित अधिकारियों से याचिकाकर्ता की शिकायतों पर गौर करने के लिए कहेगी और यह भी कहा कि संगीत बजाने के संबंध में नियमों का पालन किया जाना चाहिए।

पीठ ने कहा, ध्वनि प्रदूषण के संदर्भ में आवाज के उचित स्तर को बनाए रखना होगा।” दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के वकील ने कहा कि ये प्रतिष्ठान नियमों के अनुरूप वाणिज्यिक क्षेत्र में स्थित हैं।

अदालत ने याचिकाकर्ता की शिकायत के मद्देनजर निगम से आसपास के क्षेत्र में बहु-स्तरीय पार्किंग पर विचार करने को कहा। वकील अरुण पंवार ने दिल्ली सरकार का प्रतिनिधित्व किया।

अपनी याचिका में शरद वशिष्ठ ने कहा कि महरौली में कुतुब मीनार के आसपास कई बार/पब/रेस्तरां हैं, जहां विशेष रूप से शाम के समय बड़ी संख्या में लोग आते हैं और पार्किंग की जगह के अभाव में भीड़ तड़के तक रहती है।

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