अमरिंदर ने सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार किया, विपक्ष ने कहा- ठोको ताली

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सिद्धू के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से कभी भी सहज रिश्ते नहीं रहे यही नहीं अमरिंदर सिंह भी सिद्धू का कांग्रेस में प्रवेश नहीं चाहते थे लेकिन आलाकमान के कहने पर उन्हें सिद्धू को पार्टी में लेना पड़ा और सरकार बनने पर मंत्री भी बनाना पड़ा।

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू का इस्तीफा आज स्वीकार कर लिया। सिद्धू ने मुख्यमंत्री की ओर से अपना विभाग बदले जाने से नाराज होकर अपना इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उन्होंने पहले अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपा था लेकिन उसके महीने भर बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा ट्वीटर पर की और अपना इस्तीफा पत्र सीधे मुख्यमंत्री को भेज दिया था।

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सिद्धू के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से कभी भी सहज रिश्ते नहीं रहे यही नहीं अमरिंदर सिंह भी सिद्धू का कांग्रेस में प्रवेश नहीं चाहते थे लेकिन आलाकमान के कहने पर उन्हें सिद्धू को पार्टी में लेना पड़ा और सरकार बनने पर मंत्री भी बनाना पड़ा। सिद्धू की महत्वाकांक्षा से अमरिंदर भी सतर्क रहते थे क्योंकि जिस तरह से सिद्धू कांग्रेस आलाकमान के करीब आ रहे थे उसके चलते वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में भी देखे जा रहे थे।

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गौरतलब है कि सिद्धू का मुख्यमंत्री से टकराव चल रहा था और उन्हें छह जून को हुए मंत्रिमंडल फेरबदल में अहम मंत्रालयों से दूर रखा गया। उन्होंने रविवार को टि्वटर पर कांग्रेस अध्यक्ष को संबोधित करते हुए राज्य मंत्रिमंडल से 10 जून को दिए अपने इस्तीफे को सार्वजनिक कर दिया था। इस सप्ताह की शुरुआत में अमरिंदर ने कहा था कि अगर क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू अपना काम नहीं करना चाहते हैं तो वह कुछ नहीं कर सकते। सिद्धू ने 15 जुलाई को कहा था कि उन्होंने अपना इस्तीफा अमरिंदर को भेज दिया है। मुख्यमंत्री ने छह जून को सिद्धू से स्थानीय सरकार और पर्यटन एवं संस्कृति मामलों का विभाग ले लिया था और उन्हें बिजली तथा नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग दे दिया था। विभागों में तब्दीली किए जाने के बाद से ही सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने मीडिया से दूरी बना रखी थी।

सिंह और उनके मंत्री के बीच तनाव पिछले महीने तब जगजाहिर हो गया था जब मुख्यमंत्री ने सिद्धू पर स्थानीय सरकार विभाग को संभालने में अकुशलता का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि इसकी वजह से लोकसभा चुनावों में शहरी इलाकों में कांग्रेस ने खराब प्रदर्शन किया। बहरहाल, सिद्धू ने कहा था कि उनके विभाग को सार्वजनिक तौर पर निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा था कि उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उन्होंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है।

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