पंजाब के डीजीपी का बयान, कहा- सुबह करतारपुर जाने वाला शाम तक आतंकी बनकर लौटता है

पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि करतारपुर जाने वाले शाम तक आतंकी बनकर वापस लौटते हैं। उन्होंने साफ कहा कि इसी चिंता के चलते करतारपुर कॉरिडोर नहीं खोला जा रहा था। डीजीपी ने बिना वीजा के करतारपुर एंट्री को लेकर भी सवाल उठाए थे। डीजीपी ने चिंता जताते हुए कहा कि फ्री एंट्री होने की वजह से सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। डीजीपी के बयान के मुताबिक अगर देखे तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि पाकिस्तान में ऐसे कुछ लोग हैं जो श्रद्धालुओं को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं।
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पंजाब के डीजीपी के इस बयान पर राजनीतिक हंगामा शुरू हो गया है। अकाली दल के बिक्रम मजीठिया ने कहा कि यह अत्यधिक अस्वीकार्य है। इंदिरा गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए जिसने हर सिख को आतंकवादी के रूप में चित्रित किया, उसकी गहरी साजिश है। शिअद और आप ने कहा है कि डीजीपी इस पर माफी मांगे अन्यथा विधानसभा को चलने नहीं दिया जाएगा। मामला गर्माने पर डीजीपी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि मेरे बयान का गलत अर्थ में लिया गया है।
Bikram Majithia,SAD on Punjab DGP Dinkar Gupta's reported remark 'Kartarpur has potential,you send somebody in morning,by evening he is trained terrorist': Highly unacceptable.DGP furthering Indira Gandhi's ideology which painted every Sikh as terrorist,its deep rooted conspiracy pic.twitter.com/5ox4erDlgl
— ANI (@ANI) February 22, 2020
शिअद-आप ने करतारपुर गलियारे पर पंजाब के डीजीपी के बयान की निंदा की
पंजाब में विपक्षी दलों ‘शिअद’ और ‘आप’ ने करतारपुर गलियारे पर राज्य के डीजीपी दिनकर गुप्ता के कथित बयान की शनिवार को निंदा की और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से इस मामले में 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने कहा कि यदि स्पष्टीकरण जारी नहीं किया जाता है तो पार्टी 24 फरवरी को विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही को बाधित करेगी। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी डीजीपी के बयान की निंदा की और उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की। शिअद के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आरोप लगाया कि डीजीपी गुप्ता ने एक राष्ट्रीय समाचार पत्र से कहा, ‘‘करतारपुर (गलियारा) यह आशंका पैदा करता है कि आप किसी सामान्य व्यक्ति को वहां (पाकिस्तान) भेजते हैं और शाम तक वह एक प्रशिक्षित आतंकवादी बनकर लौटता है। आप छह घंटे के लिए वहां हैं, आप को फायरिंग रेंज ले जाया जा सकता है, आपको आईईडी बनाना सिखाया जा सकता है।’’ डीजीपी ने कथित रूप से यह भी कहा कि पड़ोसी देश में कुछ तत्व ‘‘श्रद्धालुओं को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें मित्र बना रहे हैं।’’ मजीठिया ने कहा, ‘‘मैं इस बयान की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। मुझे नहीं लगता कि यह बयान पंजाब के डीजीपी ने दिया है। मुझे लगता है कि यह बयान कांग्रेस मुख्यालय से दिया गया है क्योंकि इस डीजीपी को कई वरिष्ठ अधिकारियों को नजरअंदाज करने के बाद चुना गया था।’’
मजीठिया ने इस बयान को कांग्रेस का ‘‘गहरा षड्यंत्र’’ बताया ताकि सिख श्रद्धालुओं को ‘‘आतंकवादी’’ के रूप में पेश किया जा सके।उन्होंने कहा, ‘‘करतारपुर गुरुद्वारे में अभी तक 52,098 यात्रियों ने दर्शन किए हैं। कृपा जांच कीजिए और देखिए कि उनमें से कौन आतंकवादी बना है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस गलियारा बंद करने की कोशिश कर रही है। मजीठिया ने कहा, ‘‘यदि अमरिंदर सिंह 24 घंटे में स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो हम 24 फरवरी को पंजाब विधानसभा चलने नहीं देंगे।’’ इस बीच, ‘आप’ के विधायक एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने डीजीपी को बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए कहा, ‘‘यह बयान देश की एकता एवं अखंडता को खतरा पैदा करता है। मुख्यमंत्री को उनके (डीजीपी के) खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए, उन्हें सलाखों के पीछे डालना चाहिए और पद से बर्खास्त करना चाहिए।’’ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने भी डीजीपी के बयान की निंदा की और कहा कि यह गलियारा शांति का संदेश देता हैं इससे पहले, मुख्यमंत्री भी कई बार इसे लेकर सचेत कर चुके हैं कि करतारपुर गलियारा खोलने के पीछे पाकिस्तान की ‘‘नापाक साजिश’’ है। वह यह भी कह चुके हैं कि वह गलियारा खुलने से एक सिख के तौर पर बहुत खुश हैं लेकिन ‘‘इससे भारत को पैदा होने वाले खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता’’। करतारपुर गलियारा पिछले साल नौ नवंबर को खोला गया था। यह गलियारा पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के पंजाब राज्य के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक को जोड़ता है।
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